Success Story : कोचिंग नहीं अपनी तैयारी से पास की सिविल सेवा परीक्षा, आईएएस बनी रुड़की की बेटी सदफ चौधरी

UPSC Civil Service Exam Success Story : UPSC CSE में सदफ चौधरी ने पाई ऑल इंडिया 23वीं रैंक

Upsc sadaf chaudhary

जहां चाह, वहां राह…कुछ इसी सूत्रवाक्य के साथ उत्तराखंड की बेटी ने सिविल सेवा परीक्षा में कामयाबी हासिल की है। बिना कोचिंग उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में ऑल इंडिया 23वीं रैंक हासिल कर रुड़की और अपने परिवार का नाम भी रोशन किया है।

भगवानपुर के मोहितपुर गांव की सदफ चौधरी वर्तमान में रूड़की की ग्रीन पार्क कॉलोनी में रहती है। रुड़की की बेटी ने आईएएस बनकर पूरी शिक्षानगरी का नाम रोशन किया है। इस कामयाबी पर हर कोई सदफ चौधरी को शाबासी देने उनके घर पहुँच रहा है। सदफ चौधरी का कहना है कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के लिए कहीं भी कोचिंग नहीं की। घर पर ही पढ़ाई की और ये मुकाम हासिल किया।

सदफ चौधरी के पिता मोहम्मद इसरार प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक, नागल शाखा देवबंद में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। सदफ अपने पिता मोहम्मद इसरार, माता शाहबाज बानो, बहन सायमा व भाई मोहम्मद साद के साथ रहती हैं। आईएएस सदफ चौधरी ने बताया कि ये मुकाम उनको माता पिता के आशीर्वाद से मिला है।

उन्होंने बताया उन्होंने 12वीं तक की शिक्षा अपनी ननिहाल अमरोहा में ली है। उंसके बाद एनआईसी जालंधर से बीटेक केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद 2016 में दिल्ली स्थित एक विदेशी बैंक में नौकरी की। कुछ दिन नौकरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।

सदफ ने बताया कि उन्होंने कोचिंग नहीं ली। वह समय निकालकर पढ़ती रहीं। परीक्षा में सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता, यह बात वह समझ गयी थीं। तैयारी में जुटी रहीं। सदफ का कहना है कि बालिका शिक्षा को लेकर वे काम करना चाहती हैं। बच्चियां पढ़ेंगी, यह उनकी कोशिश रही। उनके परिवार ने हर बार उनका साथ दिया।

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