UK PCS-J : हिंदी माध्यम से पढ़कर एलएलबी में गोल्ड मेडल पाया, अब बनी जज

UKPSC PCS-J Exam 2019 Result(यूकेपीएससी पीसीएस-जे परीक्षा 2019 रिजल्ट) : देहरादून के बुड्डी गांव की गुलिस्ता अंजुम ने दूसरे प्रयास में पाई कामयाबी

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उत्तराखंड बोर्ड(UK Board) से फर्स्ट डिवीजन के साथ 10वीं, 12वीं पास की। हिंदी माध्यम में ही डीएवी पीजी कॉलेज(DAV Dehradun) से बीए किया। इसके बाद एलएलबी की, जिसमें गढ़वाल विश्वविद्यालय में टॉप करने पर गोल्ड मेडल मिला। दो साल की मेहनत के बाद अब जज बन गई।

यह सफलता की कहानी है देहरादून के बुड्डी गांव की बेटी गुलिस्ता अंजुम की। गुलिस्ता उन सब होनहारों के लिए मिसाल है, जो कि हिंदी माध्यम से पढ़ाई या स्टेट बोर्ड से पढ़ाई का बहाना बनाते हैं। जो न्यायिक सेवा परीक्षाओं में अंग्रेजी को प्रमुख मानते हैं। गुलिस्ता ने अपनी पूरी पढ़ाई हिंदी में ही की है।

गुलिस्ता का पूरा परिवार ही कामयाबी की मिसालों से लबरेज है। उनकी सबसे बड़ी बहन जीनत ने बीएससी फर्स्ट डिवीजन से पास करने के बाद एमए सोशियोलॉजी में गोल्ड मेडल हासिल किया। इसके बाद उनके भाई असद अहमद ने ईयर 2015 में यूकेपीएससी पीसीएस परीक्षा पास की थी। वह वर्तमान में प्रशासनिक सेवा में हरिद्वार में तैनात हैं। गुलिस्ता अंजुम के पिता हाजी हुसैन बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने हमेशा बच्चों को अच्छी तालीम और घर में बेहतर माहौल देने पर फोकस किया है। आज यह परिणाम उसी का नतीजा है।

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प्रयाग आईएएस अकादमी से की है तैयारी

गुलिस्ता अंजुम ने बताया कि उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई के दौरान ही पीसीएस-जे की तैयारी शुरू कर दी थी। वह कॉलेज में क्लास लेने के साथ ही करनपुर स्थित प्रयाग आईएएस अकादमी(Prayag IAS Academy, Dehradun) से कोचिंग करती थीं। अकादमी के निदेशक आरए खान ने कहा कि गुलिस्ता शुरू से ही पीसीएस-जे को लेकर फोकस्ड थीं। उनकी मेहनत ने उन्हें इस कामयाबी तक पहुंचाया है।

 

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