सिविल सेवा परीक्षा में देहरादून की बेटी भानू ने पाई 618वीं रैंक
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में देहरादून की भानू सिंह ने ऑल इंडिया 618वीं रैंक हासिल की है। भानू के पिता यशवंत सिंह एलआईसी एजेंट हैं जबकि मां गीता सिंह गृहिणी हैं। भानू ने सेंट जूड्स स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की। उन्होंने 10वीं में 95 प्रतिशत अंक हासिल किए। इसके बाद भानू ने सेंट जोजेफ्स एकेडमी से 95 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास की। फिर लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वूमन से सांख्यिकी में बीएससी ऑनर्स किया। इसके बाद कैंपस लॉ सेंटर दिल्ली विवि से एलएलबी पास की। भानू तीन बहन और एक भाई में दूसरे नंबर की है। उनकी बड़ी बहन सुप्रिया सिंह एलएलबी पास है और इन दिनों पीसीएस-जे की तैयारी कर रही है। छोटी बहन आयुषी अहलावत दून मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रही है। छोटा भाई पुरु राजकुमार भी एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा है।
दूसरे प्रयास में पाई सफलता
भानू ने बताया कि उन्होंने दूसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है। इससे पहले उन्होंने जब परीक्षा दी थी कि प्री या मुख्य परीक्षा तक नहीं पहुंच पाई थी। बावजूद इसके उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने बताया कि उन्हें बचपन से ही सिविल सेवा के क्षेत्र में जाने का जूनून था। दिल्ली से लॉ करने के बाद यह जुनून और बढ़ गया। उनसे इंटरव्यू में महिलाओं से संबंधित, हरियाणा, पंजाब में पराली जलाने से संबंधित, सीएए और मी टू से जुड़े सवाल पूछे गए थे।
भानू से पूछे गए सवाल इंटरव्यू में सवाल-
-ज्यादातर सवाल तो एजुकेशनल बैकग्राउंड से पूछे गए। जैसे मैं जिस कॉलेज से पढ़ी हंू, उससे कोई फेमस व्यक्ति पासआउट हुआ हो
-महिलाओं को नौकरी के दौरान क्या प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती हैं
-सिविल सेवा में महिलाओं की संख्या कैसे बढ़ाई जा सकती है
-हरियाणा, पंजाब में किसान पराली जलाते हैं तो उसका क्या समाधान हो सकता है?
-सीएए, मी टू मूवमेंट को किस नजरिए से देखते हैं?