मिसाल : बेटे को पढ़ाने के लिए पिता ने बेचा घर, बेटे ने किया सिविल सर्विस एग्जाम में टॉप

सिविल सर्विस एग्जाम(UPSC CSE) में देशभर में टॉप करने वाले प्रदीप सिंह की कहानी आज की युवा पीढ़ी के लिए बनी मिसाल

upsc topper pradeep singh

संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में पूरे देश में टॉप करने वाले प्रदीप सिंह की कहानी आज के युवाओं के लिए मिसाल है। संघर्षों के बीच हिम्मत से तैयारी करने वाले प्रदीप ने महज तीन साल के भीतर दो बार सिविल सेवा परीक्षा पास की है। पहले प्रयास में देशभर में 93वीं रैंक हासिल की जबकि दूसरे प्रयास में पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया।

UPSC Civil Service Exam में हरियाणा के सोनीपत के किसान परिवार के प्रदीप सिंह हैं। प्रदीप दो साल पहले भी यूपीएससी में सफल हो चुके हैं। 2017 में प्रदीप ने यूयपीएससी की तैयारी शुरू की थी। उनके पिता मनोज सिंह पेट्रोल पंप पर काम करते हैं और उन्होंने बेटे को आईएएस बनाने के लिए अपना घर तक बेच दिया। प्रदीप सिंह का चयन पहली परीक्षा से इंडियन रेवेन्यू सर्विस में हुआ था। उन्होंने अपनी नौकरी से छुट्टी लेकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की है।

 

ग्रेजुएशन करते हुए ही शुरू कर दी थी तैयारी

प्रदीप के लिए सिविल सेवा परीक्षा में बैठना एक सपना था। पिता के संघर्षों के बीच उन्होंने ग्रेजुएशन से ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। वह रोजाना 16 से 17 घंटे पढ़ाई करते थे। एग्जाम के लिए उन्होंने अपने सभी शौक कुर्बान कर दिए। नतीजा एक अच्छे परिणाम के तौर पर सामने आया। मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदीप का सपना आईएएस बनने का था। इसलिए उन्होंने दोबारा परीक्षा की तैयारी की थी।

खुद की तैयारी से ही पाई सफलता

एक ओर जहां युवा महंगी-महंगी कोचिंग ज्वाइन करते हैं, वहीं प्रदीप सिंह ने सेल्फ स्टडी के दम पर यह सफलता हासिल की है। उनका कहना है कि निश्चित तौर पर यह बेहद मुश्किल था लेकिन नामुमकिन बिल्कुल नहीं था।

प्रदीप जैसी और सक्सेस स्टोरी पढ़ने को क्लिक करें

Jobs की जानकारी के लिए क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *