lyngdoh committee की सिफारिशों में बदलाव को बनी कमेटी ने अपनी रिकमंडेशन सरकार को सौंपी
उत्तराखंड में अब स्टूडेंट यूनियन के इलेक्शन नए नियमों के तहत होंगे। सरकार ने लिंगदोह समिति की सिफारिशों में बदलाव के लिए जो कमेटी बनाई थी, उसने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। इसके साथ ही उत्तराखंड, लिंगदोह कमेटी की रिकमंडेशन में बदलाव करने वाला देश का पहला स्टेट बन गया है। इस कमेटी ने उत्तराखंड आवासीय यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. एचएस धामी की अध्यक्षता में अपनी रिपोर्ट तैयार की है। कमेटी में श्रीदेव सुमन उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. उदय सिंह रावत और कुमांऊ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. डीके नौडि़याल शामिल थे। आइए आपको बताते हैं कि इस कमेटी ने क्या-क्या बदलाव की रिकमंडेशन की हैं।
- सभी यूनिवर्सिटी की एग्जीक्यूटिव काउंसिल या कालेजों की कमेटी में अब छात्रसंघ अध्यक्ष भी शामिल होंगे। इसके लिए नियमों में बदलाव किया जाएगा।
- लिंगदोह कमेटी के मुताबिक एक कैंडिडेट का चुनावी खर्च 5000 रुपये से बढ़ाकर 25000 रुपये करने की रिकमंडेशन की गई है।
- स्टूडेंट इलेक्शन के दौरान किसी राजनीतिक दल से चंदा लेने वाले कैंडिडेट को चुनाव लड़ने से रोक दिया जाएगा। इसका शत-प्रतिशत अनुपालन किया जाएगा।
- सभी चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अब केवल एफिडेविट नहीं देंगे बल्कि क्लास में कम से कम 75 परसेंट अटेंडेंस जरूरी होगी।
- उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमांऊ मंडल में एक ही नियम के तहत छात्र महासंघ के चुनाव कराए जाएंगे।
- चुनाव प्रचार या परिणाम के दौरान प्रत्याशी या समर्थक कालेज से बाहर जुलूस, प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे।
- इलेक्शन में लाउडस्पीकर, वाहन और जानवरों के प्रयोग पर प्रतिबंध रहेगा।
- कालेज या यूनिवर्सिटी की परमीशन के बिना संस्थान की किसी भी दीवार पर प्रचार सामग्री जैसे पोस्टर नहीं चिपका सकेंगे। अगर ऐसा किया तो इसकी जिम्मेदारी उस प्रत्याशी की मानी जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।
- सभी कालेज या यूनिवर्सिटी में डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से एक निष्पक्ष पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा। इसका अधिकार होगा कि अगर चुनाव में किसी ने गड़बड़ी की तो सीधे चुनाव निरस्त कर दिया जाएगा।
- उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में एक दिन और कुमांऊ मंडल में एक ही दिन चुनाव हो जाएंगे। अभी तक सभी कालेजों में अलग-अलग दिन इलेक्शन होते थे।
- सभी छात्र संघों में दो टॉपर, दो खिलाड़ी और दो कल्चरल परफॉर्मेंस वाले स्टूडेंट के लिए पद आरक्षित होंगे। यह पद सीधे भरे जाएंगे।
- सभी कालेज और यूनिवर्सिटी में एक-एक पद उप सचिव के लिए आरक्षित होगा।
- चुनाव लड़ने के लिए स्टूडेंट का पिछली क्लास में पास होना जरूरी है। अगर चुनाव लड़ रहा है तो कम से कम 15 दिन पहले कालेज/यूनिवर्सिटी को बताना होगा ताकि उसका रिजल्ट जारी किया जा सके।
- उत्तराखंड के गढ़वाल यूनिवर्सिटी से जो कालेज इस साल श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में चले गए हैं, उनके स्टूडेंट फिलहाल गढ़वाल यूनिवर्सिटी के छात्र महासंघ चुनाव में मतदान करेंगे। तीन साल बाद श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में चुनाव होंगे।
- सभी कालेजों से छात्र महासंघ कोष के लिए 5-5 रुपये वसूले जाएंगे।