मिसाल : बाप का साया सिर से उठा, मां ने चूड़ियां बेचकर पढ़ाया, बेटी ने जज बनकर मंजिल को पाया

Uttarakhand PCS J 2018 Result : हरिद्वार की अकमल अंसारी बन गई युवाओं के लिए मिसाल

Uttarakhand pcsj akmal ansari

मंजिल को पाने की जिद और उस चाहत के आगे छोटी पड़ गई हर रुकावट। हालात भले ही कितने विकट रहे हो लेकिन देवभूमि की बेटी ने मिसाल कायम कर दी।… जी हां, हम बात कर रहे हैं हरिद्वार की बेटी अकमल जहां अंसारी की। अकमल ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की pcs-j परीक्षा में सफलता हासिल कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे गांव का नाम रोशन किया है।

हरिद्वार के घिस्सुपुरा के बेहद आम से परिवार की बेटी अकमल जहां अंसारी बचपन से जज बनने का सपना मन में संजोए थी। 12वीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल से हुई। दुश्वारियां तमाम थी लेकिन अकमल के आगे बढ़ने की जीत के सामने सब छोटी थी।

अकमल के पिता निसार अहमद की 2007 में बीमारी के चलते मौत हो गई थी। पांच बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी अकमल की मां हाशमी बेगम के कंधों पर आ गई। उस समय अकमल जहां अंसारी कक्षा 11 की छात्रा थी।

बच्चों के पालन पोषण और पढ़ाई पूरी करने के लिए हाशिमा बेगम ने घर के ही एक कोने में चूड़ी की दुकान खोल दी आर्थिक तंगी के बाद भी अकमल ने अपनी पढ़ाई जारी रखी। अकमल जहां की प्राथमिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में हुई। इसके बाद फेरुपुर इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद उसने जज बनने का लक्ष्य लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का रुख किया।

…नहीं हारी हिम्मत
पांच भाई बहनों में अकमल तीसरे नंबर की है। अकमल का कहना है कि मेरी पढ़ाई में बार बार बांधाएं पैदा हुई। मां ने पढ़ाई का खर्च उठाने में कोई कमी नहीं रखी और मैंने भी हिम्मत नहीं हारी। मुझे जो सफलता मिली है कि उसके लिए मैं अपनी मां और शिक्षकों की आभारी हूं। अकमल का कहना है कि वह महिलाओं और गरीब तबके के लोगों को न्याय दिलाने के लिए कार्य करना चाहती है।

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