बनना है IAS, IPS तो ऐसे शुरू करें तैयारी

सिविल सेवा परीक्षाओं में बेहद काम की होती हैं कक्षा छह से कक्षा 12वीं तक की किताबें

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अगर आप आईएएस, आईपीएस बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं तो इसकी तैयारी तुरंत शुरू कर देनी चाहिए। कक्षा छह के बाद से अगर सिविल सेवा परीक्षाओं का सपना संजो लिया तो समझो कामयाबी मिलना तय है। बस मेहनत करते रहने की जरूरत है।

 

अगर आप 12वीं या इससे नीचे की कक्षा में हैं तो विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और गणित सबसे अहम हो सकता है। अपने जनरल स्टडी और राइटिंग स्किल्स को सुधारने की कवायद शुरू कर दें। इसके अलावा समाचारों की दुनिया से जुड़ जाएं। देश-विदेश में चल रहे घटनाक्रम को समझने की कोशिश करें। नोट्स बनाएं।

 

अगर आप ग्रेजुएशन कर रहे हैं या पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे हैं तो आपके पास परीक्षा की तैयारी का कम समय है। आपको तुरंत इसकी तैयारी में जुट जाना चाहिए। सबसे पहले सिविल सेवा परीक्षा का पूरा ढांचा समझें। इसके बाद लास्ट ईयर के पेपर निकाल लें और उनसे पैटर्न को समझें। खुद का आंकलन करें और जुट जाएं तैयारी में। सबसे पहले कक्षा से छह से कक्षा 12 तक की सोशियल साइंस और साइंस की बुक्स को पढ़ लें। समझ लें। इसके बाद उन सब्जेक्ट से जुड़ी अपनी ग्रेजुएशन की बुक्स को पढ़ें। साथ ही तैयारी के लिए प्रतियोगिता दर्पण, क्रॉनिकल जैसी बुक्स को रेगुलर पढ़ें। जनरल नॉलेज से खुद को अपडेट बनाएं। देश के विभिन्न मुद्दों और समस्याओं और उनके समाधान पर अपना मत तैयार करें। अपनी तैयारी में आप जिस टॉपिक को मुश्किल मान रहे हैं, उसका शॉर्ट नोट्स बना लें। इससे आसानी होगी।

 

अगर आप हिंदी मीडियम के स्टूडेंट हैं तो इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अपनी पूरी तैयारी हिंदी में करें। हिंदी में ही परीक्षा दें। खास बात यह है कि हिंदी में ही आप अपना इंटरव्यू भी दे सकते हैं। हां, इतना जरूर है कि अंग्रेजी की आधारभूत जानकारी होनी चाहिए। इसलिए हिंदी मीडियम का स्टूडेंट भी अपनी मेहनत के दम पर आईएएस, आईपीएस बन सकता है।

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हिंदी मीडियम के स्टूडेंट्स के लिए हिंदी में यह वैकल्पिक सब्जेक्ट हैं- हिंदी भाषा एवं साहित्य, संस्कृत भाषा एवं साहित्य, मैथिलि भाषा एवं साहित्य, उर्दू भाषा एवं साहित्य एवं अन्य प्रमुख भारतीय भाषाओं का साहित्य, हिस्ट्री, ज्योग्राफी, सोशियल साइंस, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, पॉलिटिकल साइंस, साइकोलॉजी, फिलोसॉफी, इकोनोमिक्स, लॉ, मैनेजमेंट, एग्रीकल्चर साइंस, वेटरेनरी साइंस, बॉटनी, केमिस्ट्री, फिजिक्स, सिविल इंजीनियरिंग, कॉमर्स, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, जियोलॉजी, मैथ्स, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, मेडिकल साइंस, स्टेटिस्टिक्स आदि। इनमें से कोई भी सब्जेक्ट चुनने से पहले यह तय कर लें कि आपने हिंदी मीडियम से ग्रेजुएशन करते हुए जो सब्जेक्ट पढ़े हैं, उनमें से आपको कौन सा पसंद है। इसी पसंद को अपना वैकल्पिक सब्जेक्ट बना सकते हैं। हिंदी मीडियम के स्टूडेंट्स इन सभी सब्जेक्ट्स में से दो से चार छांट लें। इसके बाद उन विषयों पर मंथन करें। देखें कि आपका इंटरेस्ट किस सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा है। इसी हिसाब से सब्जेक्ट का सेलेक्शन कर लें।

(सिविल सेवा परीक्षा के विषय विशेषज्ञों से बातचीत पर आधारित)

 

 

 

 

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