Corona : कोरोना रोकने को ग्राफिक एरा की सरकार को सहयोग की पेशकश

ग्राफिक एरा ने नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों में भागीदारी की पहल की है

ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने कहा कि नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार को जिस तरह व्यापक स्तर पर भवनों की आवश्यकता है, उसके मद्देनजर यह पेशकश की गई है। ग्राफिक एरा के सामाजिक सरोकार और उच्च शिक्षा को नैतिक मूल्यों व सेवा भावना से जोड़ने की सदभावना, आपदा की हर घड़ी में जमीनी कार्यों के रूप में सामने आई है। उत्तरकाशी की वर्ष 2012 की भीषण दैवीय आपदा, 2013 की केदारनाथ आपदा और उसके बाद जंगलों की आग के दौरान ग्राफिक एरा के स्वंय सेवकों द्वारा सबसे पहले आगे बढ़कर किए गए राहत व बचाव कार्य इसी के उदाहरण हैं। हर वर्ष राज्य के बेसहारा और जरूरतमंद मरीजों की जीवन रक्षा के लिए सर्वाधिक रक्तदान का ग्राफिक एरा का कीर्तिमान भी उसके इन्हीं सरोकारों से जुड़ा है।

 

डॉ. घनशाला ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित लॉक डाऊन को सफल बनाने और सरकार के प्रयासों में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए लोगों को जागरुक करने और सेनेटाइजर व मास्क वितरित करने के बाद यह कदम उठाया गया है। इस संबंध में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र भेजकर अटैच बाथरूम वाले 60 कमरे क्वारंटाइन के लिए देने की पेशकश की है। क्वारंटाइन किए जाने वाले लोगों के लिए यह आवासीय सुविधा विश्वविद्यालय परिसर के बाहर उपलब्ध कराई जाएगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भी इस संबंध में पत्र भेजा गया है।

 

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्विट करके ग्राफिक एरा की सरकार को क्वारंटाइन के लिए 60 कमरे देने की पेशकश की सराहना करते हुए इसके लिए यूनिवर्सिटी को बधाई दी है। डॉ. निशंक ने कहा है कि सबको मिलकर इस महामारी से जंग लड़नी है और देश की सेवा करनी है।

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