UGC ने 25 एक्सपर्ट कमेटी बनाई, 90 विषयों का पूरा सिलेबस बदलेगा
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) की ओर से असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फैलोशिप के लिए होने वाले नेशनल एलिजबिलिटी टेस्ट (नेट) में दस साल बाद बड़ा बदलाव किया जा रहा है। यूजीसी नेट का सिलेबस बदलने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके लिए यूजीसी ने 25 एक्सपर्ट कमेटी बना दी हैं।
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यह सभी कमेटी देशभर की यूनिवर्सिटीज और कालेजों में पढ़ाए जा रहे सिलेबस के आधार पर यूजीसी नेट का सिलेबस तैयार करेंगी। खास बात यह है कि बीते दस वर्षों से यूजीसी नेट का सिलेबस नहीं बदला है। इस वजह से एक्सपर्ट्स इसे आउटडेटेड बता रहे हैं।
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सिलेबस तैयार होने के बाद मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स एंड डेवलपमेंट (MHRD) को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद नया सिलेबस लागू कर दिया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार जो भी नेट का सिलेबस जारी होगा, उसके आधार पर ही अगला यूजीसी नेट एग्जाम होगा।
यूजीसी नेट में इस बार ज्यादा कैंडिडेट्स होंगे क्वालिफाई
यूजीसी की नेट परीक्षा साल में दो बार होती है। इसे क्वालिफाई करने वाले युवाओं की संख्या बेहद कम है। औसतन 3.9 परसेंट कैंडिडेट्स ही इस एग्जाम को क्वालिफाई करते हैं। इसके पीछे मुख्य वजह यह भी बताई जा रही है कि जो सिलेबस स्टूडेंट्स अपने कालेज में पढ़ते हैं, वह यूजीसी नेट के सिलेबस से काफी अलग है।