यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने बदला नियम, टॉप-6 परसेंट को करेंगे क्वालिफाई
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने नेशनल एलिजबिलिटी टेस्ट (NET) परीक्षा में क्वालिफाई करने के नियमों में परिवर्तन कर दिया है। यूजीसी के मुताबिक अब पेपर-1, पेपर-2 और पेपर-3 के टॉप 6 परसेंट कैंडिडेट्स को क्वालिफाई किया जाएगा। अभी तक हालांकि यह नियम टॉप-15 का था लेकिन इसमें से केवल चार से पांच परसेंट कैंडिडेट्स ही यह एग्जाम क्वालिफाई कर पाते थे।
केरल हाईकोर्ट के आदेश के बाद मानदंडों और प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। नए मानदंडों के मुताबिक, अब यूजीसी-नेट परीक्षा देने वाले टॉप- 6 परसेंट कैंडिडेट्स को योग्य घोषित किया जाएगा। यूजीसी के अनुसार पिछली चार परीक्षाओं के औसत को देखें तो 4.46 फीसद उम्मीदवार ही योग्य घोषित किए गए थे। इस हिसाब से भविष्य में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में योग्य उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
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यूजीसी नेट के लिए 01 अगस्त से करें आवेदन
किस एग्जाम में कितने हुए क्वालिफाई
जून 2015: 4.83%
दिसंबर 2015: 4.96%
जुलाई 2016: 4.08%
जनवरी 2016: 3.99%
कुल औसत: 4.46%
यह है यूजीसी का पत्र
यूजीसी नेट को यह योग्यता जरूरी
- पात्रता परीक्षा में शामिल होने के लिए सामान्य व ओबीसी कैंडिडेट्स के पोस्ट ग्रेजुएशन में कम से कम 55 परसेंट मार्क्स होने चाहिएं जबकि आरक्षित वर्ग के लिए यह क्राइटेरिया 50 परसेंट मार्क्स का है।
- जिन युवाओं ने पीजी फाइनल ईयर या फाइनल सेमेस्टर का एग्जाम दिया हो और उनका रिजल्ट अभी तक नहीं आया हो, वह भी यूजीसी नेट के लिए एप्लाई कर सकते हैं।
- ऐसे पीएचडी होल्डर, जिन्होंने 19 सितंबर 1991 तक पोस्ट ग्रेजुएशन कर लिया हो, वह भी यूजीसी नेट दे सकते हैं। उन्हें पीजी के मार्क्स में 05 परसेंट की छूट रहेगी। ऐसे पीएचडी होल्डर के लिए पीजी में अंकों की अनिवार्यता 50 परसेंट की है।
- केवल पोस्ट ग्रेजुएशन के सब्जेक्ट के लिए ही यूजीसी नेट में आवेदन किया जा सकता है।
- जूनियर रिसर्च फैलोशिप के लिए आवेदक की आयु 01 जुलाई 2017 को 28 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए आयु की कोई सीमा नहीं है।