Graphic Era Dehradun में डॉ. सुधांशु ने कहा, शिक्षा से ज्यादा मोटीवेशन जरूरी। चेतन भगत, उर्वशी रौतेला, चंडी प्रसाद भट्ट व डॉ घनशाला ने भी दिखाई कामयाबी की राह
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सफलता के लिए केवल शिक्षा काफी नहीं है, बिना मोटीवेशन शिक्षा विनाश की वजह भी बन सकती है। डॉ सुधांशु आज ग्राफिक एरा में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की टेड टॉक से जुड़े टेडएक्स ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी समारोह को सम्बोधित कर रहे हैं।
इस समारोह में प्रख्यात लेखक व उद्यमी चेतन भगत, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सेवानिवृत्त आईएएस डॉ संजीव चोपडा, मेगा सिने स्टार उर्वशी रौतेला, ग्राफिक एरा के संस्थापक डॉ कमल घनशाला, प्रसिद्ध पर्यावरविद श्री चंडी प्रसाद भट्ट समेत अनेक हस्तियों ने आगे बढ़ने के गुरों के रूप में नई पीढ़ी को राह दिखाई। इस कार्यक्रम के वीडियो के जरिये टेड इन विशेषज्ञों के विचार दुनिया भर में युवाओं तक पहुंचाएगी।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने अमेरिका के वर्ष 1945 में परमाणु क्षमता हासिल करने के प्रोजेक्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि जो नहीं दिखता, वह भी सच हो सकता है। आगे बढ़ने वाले उसे भी देखते हैं, जो सहज ही नहीं दिखाई देता। डॉ सुधांशु ने शून्य के आविष्कार और उससे जुड़े विवादों की ओर इशारा करते हुए कहा कि आर्यभट्ट की किताब में शून्य का उल्लेख पाकर दुनिया ने उसे उसी दौर की खोज मान लिया, लेकिन भारत में शून्य की खोज महाभारत काल से पहले ही हो चुकी थी। भारत में शून्य एक अनुभूति की तरह है और पाश्चत्य जगत में ये महज एक माप। इसलिए वह शून्य के वास्तविक मूल्यों को नहीं जान सकते। अनंत का रास्ता भी शून्य से होकर जाता है।
उत्तराखंड को पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत बताते हुए उन्होंने एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स और फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के हताश होकर कैंची धाम आने और वहां से प्रेरणा व ऊर्जा पाकर बुलंदियों तक पहुंचने के उदाहरण दिए। उन्होंने कहा कि भारत भविष्य में विश्वगुरु बनेगा क्योंकि हमारी शिक्षा मूल्यों से जुड़ी है और दुनिया इससे स्वीकार करने लगी है। भारत ही पूरी दुनिया के लिए मोटीवेशन का केंद्र बनेगा। सैकड़ों शिक्षकों, छात्र-छात्राओं और अन्य लोगों सम्मोहित करने जैसे अंदाज में डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने अपने तर्कों, उदाहरणों और शैली से इस कदर मंत्रमुग्ध कर दिया कि उनके पूरे भाषण के दौरान तालियों की गड़गड़ाहट के अलावा कोई आवाज सुनाई नहीं दी।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने टेड एक्स ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता के मायने हर किसी के लिए अलग-अलग होते हैं। सफलता कई चीजों पर निर्भर करती है, इनमें हार्ड वर्क और स्मार्ट वर्क मुख्य हैं। इसके साथ ही कामयाबी के अर्जुन जैसे लक्ष्य केंद्रित प्रयास और जुनून भी जरूरी है। परीक्षा में सफलता के लिए कठिन परिश्रम और प्रतिभा आवश्यक है, लेकिन कैरियर के दौरान दूसरों की भावनाओं की समझ अधिक आवश्यक हो जाती है।
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के संस्थापक अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने युवाओं को जिंदगी में कामयाबी पाने के गुर अपना उदाहरण देते हुए समझाये। डॉ घनशाला ने कहा कि सफलता की राह में मुश्किलें और चुनौतियां आती हैं, इनका सामना करने के लिए परिश्रम के साथ ही धैर्य और जुनून जरूरी है। उन्होंने कहा कि भले ही लोक कल्याण के लिए अस्पताल ही क्यों न बनाया जाए, उसमें भी कई तरह की अड़चने आ सकती हैं। पिछले आठ वर्षों में केंद्र की नीतियों के कारण इनमें काफी बदलाव आये हैं, लेकिन कुछ स्तरों पर चीजों को बदलने में समय लगेगा। युवाओं को अपने उद्योग शुरू करते समय इनके लिए भी मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए। डॉ घनशाला ने गीत की पंक्तियांदृ रुक जाना नहीं तू कहीं हार के, कांटों पर चलके मिलेंगे साये बहार के … सुनाकर युवाओं का हौसला अफजाई की।
प्रसिद्ध उपन्यासकार और उद्यमी चेतन भगत ने कहा कि अपने लिए जियें… दुनिया, समाज और परिवार क्या सोचेगा, इसकी परवाह करने से पहले ये सोंचे कि आपको किससे खुशी मिलती है। जिस तरीके से विमान में सहयात्रियों को मास्क लगाने से पहले खुद मास्क लगाने की हिदायत दी जाती है, उसी तरह आप अपनी खुशी के बारे में पहले सोचेंगे और जब आप सफल होंगे, तो लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे।
उन्होंने कहा कि आजकल कोई इसकी चिंता नहीं करता कि आप क्या कर रहे हैं और कितना कमा रहे हैं। यहां तक कि लोग सोचना ही भूल गए हैं। वास्तविकता यह कि आज सब मोबाइल में खोये रहते हैं। ऐसा हो सकता है कि आप अपनी खुशी का कार्य करेंगे, तो उसका परिणाम सबके लिए अच्छा होगा और दूसरों का आप अच्छे से ख्याल रख पायेंगे। अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि जब वे पैसे के पीछे भाग रहे थे, तब अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाये।
मेगा सिने स्टार उर्वशी रौतेला ने टेड एक्स में कहा कि उत्साह से जीने के लिए कोई उम्र तय नहीं है। अपनी शर्तों पर जिंदगी जीनी चाहिए। अपनी सोच को नए विचारों के स्वागत के लिए खुला रखना चाहिए। रचनात्मक कार्यों के लिए अपने कम्फर्ट जोन से बाहर की कहानियों को सुनने के लिए तैयार रहना चाहिए। अन्तर्मुखी लोग बहुत प्रतिभाशाली होते हैं, दूसरों को उनकी प्रतिभा का आदर करते हुए उसे सामने लाना चाहिए। बहिर्मुखी लोगों को दूसरों के विचारों का भी सम्मान करना चाहिए। आमतौर से लोग स्ट्रेस को शत्रु मानते हैं, लेकिन कामयाबी के लिए जरूरी है कि सोच को सकारात्मक रखा जाए और स्ट्रेस से घबराना नहीं चाहिए।
उर्वशी ने कहा कि दुनिया के युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए टेड पर यह उनका पहला है और उनके लिए खुशी की बात है कि यह उनके राज्य के प्रमुख और देश के प्रतिष्ठित ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में हो रहा है। चिपको नेता व प्रसिद्ध पर्यावरणविद श्री चंडी प्रसाद भट्ट ने हिमालय और नदियों की महत्ता का उल्लेख करते हुए पर्यावरण संरक्षण के फायदों को समझाया। श्री भट्ट ने कहा कि भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सजग होने की आवश्यकता है। अपने बचपन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पहले जंगलों और बुग्यालों में शोर मचाना भी बुरा माना जाता था, इस मान्यता के पीछे प्रकृति को डिस्टर्ब न करने की भावना होती थी। लेकिन अब रोजाना जंगलों, पहाड़ों और बुग्यालों में हैलीकॉप्टरों का शोर गूंजता है। प्रकृति से जितनी कम छेड़छाड़ी की जाएगी, जीवन उतना ही सुखद रहेगा। सेवानिवृत्त आईएएस ने डॉ. संजीव चोपड़ा, दूरर्शन के वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव, डॉ. ए के सिंह, आदित्य सत्संगी, सम्यक चक्रवर्ती, समीक्षा सजवाण, आयुवेदाचार्य अमित वर्मा, ब्लॉक चेन विशेषज्ञ कमलेश नागवाड़े, प्रसिद्ध गायक प्रीतम भरतवाण ने भी टेड एक्स ग्राफिक एरा में शामिल होकर युवाओं का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन साहिब सबलोक ने किया।
Read Also : उत्तराखंड परिवहन विभाग में निकली भर्ती, जल्दी करें
Read Also : ग्रेजुएशन पास युवाओं के लिए बैंक में 1544 पदों पर निकली भर्ती, जल्दी करें
Read Also : कुली का काम करने वाला ऐसे बना आईएएस, पूर्व रेल मंत्री ने जारी की वीडियो
Read Also : उत्तराखंड के नर्सिंग-पैरामेडिकल कॉलेजों में एडमिशन का मौका
Read Also : उत्तराखंड पीसीएस रिजल्ट बदला, कई पदों की कटऑफ में भी आई गिरावट, यहां देखें
Read Also : सिविल सेवा परीक्षा में श्रुति ने किया टॉप, जानिए कौन है टॉपर आईएएस
Read Also : उत्तराखंड से डॉ. कल्पना होंगी राज्यसभा सांसद, पढ़िए कौन हैं डॉ. कल्पना
Read Also : उत्तराखंड डीएलएड परीक्षा की आंसर की जारी, यहां देखें
Read Also : उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता : पांच सदस्यीय ड्राफ्ट कमेटी गठित
Read Also : Uttarakhand PCS Pre Result जारी, 06 सवाल हटाये गए, देखिये किस पद के लिए कितनी रही कटऑफ
Read Also : 12वीं, ग्रेजुएशन पास के लिए यहां निकली 205 भर्तियां, जल्दी करें
Read Also : गढ़वाल यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में एडमिशन को राहत, यूजीसी ने भेजा पत्र
Read Also : आरटीओ ऑफिस में सीएम का छापा, गायब आरटीओ पठौई सस्पेंड, 24 कर्मचारियों को भी नोटिस
Read Also : Doon University में 12वीं के बाद एडमिशन का मौका
Read Also : 12वीं के बाद करना है ग्रेजुएशन तो जरूर पढ़ें ये खबर, वरना हो सकता है साल बर्बाद
Read Also : पुलिस भर्ती के एडमिट कार्ड जारी, तीन जिलों में परीक्षा की डेट बदली, उपचुनाव का भी असर
Read Also : सब्जी बेचने वाले की बेटी बनी जज, यहां पढ़ें सफलता की पूरी कहानी
Read Also : 12वीं के बाद इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए आवेदन शुरू, यहां देखें पूरी जानकारी