देशभर के आयुर्वेदिक व होम्योपेथिक कॉलेजों में NEET से एडमिशन की इस साल अनिवार्यता खत्म
देशभर में मेडिकल, आयुर्वेदिक, होम्योपेथिक, वेटरनेरी जैसे कोर्स में दाखिलों के लिए कॉमन प्रवेश परीक्षा के नियम के बीच आयुर्वेदिक व होम्योपेथिक कोर्स इस नियम से इस साल अलग हो गए हैं। आयुष मंत्रालय ने एक साल के लिए नीट अनिवार्यता खत्म की है। हालांकि 2018 से देशभर के आयुर्वेदिक, होम्योपेथिक कालेजों में केवल नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (NEET) से ही एडमिशन किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड सहित देश के तमाम राज्यों में इस साल स्टेट की आयुष प्रवेश परीक्षा की राह खुल गई है। उत्तराखंड में उत्तराखंड आयुष प्री मेडिकल टेस्ट(यूएपीएमटी) से दाखिले होते आये हैं। आयुष मंत्रालय के नियम में ढील देने के बाद इस साल यूएपीएमटी की राह खुल गई है। उत्तराखंड में उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
प्राइवेट, सरकारी का कॉमन एंट्रेंस
आयुष मंत्रालय ने आदेश में राहत देने के साथ ही यह भी साफ कर दिया है कि जो भी राज्य अलग प्रवेश परीक्षा कराएगा, उसे निजी और सरकारी कोटे की सीटों के लिए कॉमन प्रवेश परीक्षा करानी होगी। इसके लिए मैनेजमेंट का अलग से कोई टेस्ट नहीं होगा।
आयुष मंत्रालय का आदेश