बीएड-डीएलएड होने वाले हैं बंद, शुरू हो रहे हैं यह दो कोर्स

NCTE अब ग्रेजुएशन के बाद नहीं बल्कि सीधे 12वीं के बाद कराएगा टीचिंग कोर्स

ग्रेजुएशन के बाद अब बीएड या प्राइमरी लेवल पर टीचिंग के लिए डीएलएड का जमाना गुजरने वाला है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने अब 12वीं के बाद सीधे चार वर्षीय इंटिग्रेटिड कोर्स शुरू कर दिए हैं। इन कोर्स में एडमिशन यूनिवर्सिटी के लेवल से ही किए जाएंगे।

 

यह हैं दो नए कोर्स

चार वर्षीय इंटिग्रेटिड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम आईटीईपी फॉर प्री प्राइमरी टू प्राइमरी लेवल।

चार वर्षीय इंटिग्रेटिड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम आईटीईपी फॉर अपर प्राइमरी टू सेकेंडरी लेवल।

 

ऐसे मिलेगा एडमिशन

इन दोनों ही कोर्स में साइंस या आर्ट स्ट्रीम वाले स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकेंगे। दोनों कोर्स में 12वीं के बाद सीधे एडमिशन होगा। जिस यूनिवर्सिटी से उस कॉलेज का एफिलिएशन होगा, वह अपने तरीके से एडमिशन लेनी। यानी या तो वह एंट्रेंस से एडमिशन करेगी या फिर सीधे मेरिट के आधार पर।

 

यह होगी कोर्स की विशेषता

यह कोर्स चार वर्ष यानी आठ सेमेस्टर का होगा। इस कोर्स का पूरा करने का अधिकतम समय छह वर्ष होगा। इसके बाद कोर्स से बाहर हो जाएंगे। एक सेमेस्टर में कम से कम 125 दिन की क्लास लेनी जरूरी होगी। एक कॉलेज में एक कोर्स में 50 सीटें होंगी। कोई भी कॉलेज चाहे तो मानक पूरे करने के बाद अधिकतम 200 सीटें ले सकता है।

 

अभी तक यह कोर्स चल रहे थे

अभी तक प्री प्राइमरी से प्राइमरी लेवल तक पढ़ाने के लिए डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन यानी डीएलएड पास होना जरूरी था। जबकि इससे ऊपर पढ़ाने के लिए बीएड जरूरी होता था। अब नया कोर्स आने के बाद यह परंपरा खत्म हो जाएगी। इंजीनियरिंग, मेडिकल की तरह स्टूडेंट 12वीं के बाद सीधे टीचर बनने के लिए एलिजिबल होंगे। यह कोर्स 2019 से देशभर में पढ़ाए जाएंगे।

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