आठवीं के 5000 स्टूडेंट्स को दिया जाएगा टैबलेट, हर रीजन से एक केवि का हुआ चयन
केंद्रीय विद्यालय संगठन(KVS) ने अपने बच्चों का बस्ते का बोझ खत्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर देश के 5000 बच्चों को टैबलेट दिया जाएगा। इसका मकसद स्टूडेंट्स का बस्ते का बोझ कम कर उन्हें ई-लर्निंग की ओर प्रोत्साहित करना है।
केविएस की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक पहले चरण में हर रीजन के एक स्कूल का चयन इसके लिए किया गया है। 25 रीजन से 25 स्कूलों के 5000 स्टूडेंट्स का चयन किया गया है। यह सभी स्टूडेंट्स आठवीं के वह छात्र हैं, जिनके पास साइंस और मैथ्स है।
केंद्रीय विद्यालय संगठन की टैबलेट योजना के तहत दिए जाने वाले टैबलेट मुफ्त होंगे। इन टैबलेट में विज्ञान और गणित के सवाल पहले से अपलोड होंगे। दूसरी ओर टीचर्स भी बच्चे पर नजर रख सकेंगे। खास बात यह है कि आठवीं से 12वीं तक यह टैबलेट छात्र के पास रहेगा। इसमें ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ही अन्य शैक्षिक कार्य भी ऑनलाइन हो सकेंगे।
फेसबुक, ट्वीटर और गेम्स नहीं चलेंगे
इस टैबलेट का मकसद स्टूडेंट्स को ई-एजुकेशन की ओर प्रोत्साहित करना है। केविएस के मुताबिक टैबलेट में फेसबुक, ट्वीटर सहित सभी सोशल नेटवर्किंग साइट्स के अलावा गेमिंग साइट्स और बच्चों के लिए हानिकारक सभी वेबसाइट्स पहले से ही ब्लॉक रहेंगी।