तमन्ना ने ISC(12वीं) में 99.25 अंक हासिल कर देश में पाया है दूसरा स्थान
आमतौर पर अगर कोई होनहार पूरे देश में टॉप हो तो उसका सपना कामयाब इंजीनियर, लॉयर, डॉक्टर बनने का होता है लेकिन एक टॉपर ऐसी भी है जो कि इन सबसे अलग रास्ता चुनने का सपना देख रही है। हम बात कर रहे हैं आईएससी 12वीं में पूरे देश में 99.25 अंक हासिल कर दूसरे स्थान पर रहने वाली तमन्ना दाहिया की।
देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल की स्टूडेंट तमन्ना दाहिया का कहना है कि जिंदगी में कोई भी काम करो तो उसे पूरी इत्मीनान यानी कूल माइंड के साथ करो। उन्होंने अपनी इस कामयाबी तक पहंुचने के लिए कड़ी मेहनत की है।
तमन्ना ने यंू तो कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट क्लैट एग्जाम भी दिया है लेकिन उनका सपना राजनीति में जाने का है। यानी वह अब दिल्ली यूनिवर्सिटी या ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस या इंटरनेशनल रिलेशंस में पढ़ाई करना चाहती हैं। यह पढ़ाई करने के बाद वह देश की राजनीति में सक्रिय होना चाहती हैं।
तमन्ना का कहना है कि जिस तरह मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, लॉ जैसे तमाम फील्ड हैं, वैसे ही राजनीति में भी कैरियर बनाया जा सकता है। उनका कहना है कि राजनीति भले ही हर किसी के वश की बात न हो लेकिन वह इसमें भी मेहनत करेंगी और मुकाम तक पहंुचेंगी।
तमन्ना के पिता कर्नल कुलदीप सिंह दाहिया सेना में तैनात हैं और उनकी मां पूनम दाहिया हाउसवाइफ हैं। उनका एक छोटा भाई जय आदित्य दाहिया देहरादून के वर्ल्ड फेम द दून स्कूल में 10वीं में पढ़ रहा है। तमन्ना न केवल पढ़ाई-लिखाई का शौक रखती हैं बल्कि वह खेलों की भी शौकीन हैं। उन्हें तैराकी के अलावा टेबल टेनिस, बैडमिंटन खेलने का भी शौक है। तमन्ना का कहना है कि इंसान को पढ़ने के साथ अपने शरीर और दिमाग की ताजगी के लिए खेलना भी जरूरी है।
यंू ही नहीं बन गई टॉपर
तमन्ना यंू ही नहीं टॉपर बन गई। उन्होंने 10वीं में 94 परसेंट मार्क्स हासिल किए थे। इसके बाद 12वीं में इससे ज्यादा मार्क्स का टारगेट लेकर तैयारी में जुट गई। तमन्ना ने अपनी वेकेशंस को भी पढ़ाई के समय में बदला। जब उनकी फ्रेंड्स छुट्टियां मनाती थी, वह रेगुलर स्टडी करती थी। एग्जाम से दो मंथ पहले से ही उन्होंने आठ से नौ घंटे पढ़ना शुरू कर दिया था।
तीन सब्जेक्ट में तमन्ना की सेंचुरी
तमन्ना दाहिया ने तीन सब्जेक्ट में सेंचुरी लगाई है। उन्होंने इकोनॉमिक्स, पॉलिटिकल साइंस और हिस्ट्री में 100-100 मार्क्स हासिल किए हैं। जबकि इंगलिश में 97 मार्क्स पाए हैं।