गढ़वाल विवि(HNB Garhwal Central University) ने एकेडमिक काउंसिल(AC) के बाद एग्जीक्यूटिव काउंसिल(Executive Council) में भी CUET के बिना दाखिलों पर लगाई मुहर, अब यूजीसी(UGC) को भेजा गया प्रस्ताव
उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के कॉलेजों में इस साल सीयूईटी से दाखिलों में छूट मिल सकती है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। गढ़वाल विवि ने इसके लिए 02 सितंबर को एकेडमिक काउंसिल में निर्णय लिया था।
अब 05 सितंबर को गढ़वाल विवि ने एग्जीक्यूटिव काउंसिल में भी निर्णय पर मुहर लगा दी है। इसके साथ ही डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, एसजीआरआर सहित गढ़वाल विवि से एफिलिएटेड सभी प्राइवेट कॉलेजों में भी बिना सीयूईटी वाले छात्रों को एडमिशन की राह आसान हो गई है।
विवि एग्जीक्यूटिव काउंसिल के निर्णय को लेकर यूजीसी को प्रस्ताव भेजेगा। यूजीसी अगर इस साल कॉलेजों को सीयूईटी दाखिलों से राहत देता है तो इससे 25 हजार से ज्यादा छात्रों को और दाखिला मिल सकेगा।
गढ़वाल विवि के साथ संबद्ध 102 कॉलेजों में भी इस साल सीयूईटी के माध्यम से दाखिलों का नियम लागू किया गया। बड़ी संख्या में छात्र इस परीक्षा का आवेदन ही नहीं कर पाए थे। दाखिले शुरू हुए तो कॉलेजों को ढूंढे से भी छात्र नहीं मिले। विवि के 10 अशासकीय कॉलेजों और निजी कॉलेजों में 25 हजार से ज्यादा सीटें खाली पड़ी हुई हैं।
इन पर 12वीं के अंकों की मेरिट से दाखिलों के लिए छात्र संगठन लगातार आंदोलन कर रहे हैं। चूंकि अकादमिक सत्र में लगातार देरी हो रही है, इसलिए माना जा रहा है कि इस सप्ताह सीयूईटी पर बड़ा निर्णय हो सकता है।