प्रख्यात शिक्षाविद् डा. कमल घनशाला को सिविल डिफेन्स का चीफ वार्डन बनाया गया है। सिविल डिफेन्स के निदेशक केवल खुराना ने इस संबंध में निर्देश जारी किये हैं।
उत्तराखण्ड में दो विश्वविद्यालयों, चार परिसरों और भव्य अस्पताल के साथ ही बच्चों के स्कूल का संचालन करने वाले ग्राफिक एरा ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमैन डा. कमल घनशाला को सिविल डिफेन्स में चीफ वार्डन नियुक्त किए जाने की जानकारी नागरीक सुरक्षा के देहरादून के उप नियंत्रक श्यामेन्द्र कुमार साहू ने दी। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका के अनुमोदन पर सिविल डिफेन्स के निदेशक ने यह नियुक्ति की है।
राज्य में दैवी आपदाओं के समय सबसे पहले राहत पहंुचाने और कोविड काल में 55 हजार से अधिक लोगों को खाद्य सामग्री पहंुचा कर किसी को भूखा न रहने देने की व्यवस्थाओं से एक अलग पहचान बनाने वाले डा. कमल घनशाला ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखण्ड की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। वे उत्तराखण्ड के कई हजार युवओं को कुशल प्रोफेशनल बनाकर देश-विदेश की प्रमुख कम्पनियों में सम्मानित स्थान पर पहंुचा चुके हैं।
कम्प्युटर साईंस में पीएचडी कर चुके डा. कमल घनशाला 30 वर्षों से इस विषय के शिक्षक के रूप में सेवारत हैं। वह आज भी नियमित रूप से कक्षाओं में पढ़ाते हैं।
पहली बैठक : देहरादून की युवतियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाएंगे
नागरिक सुरक्षा के चीफ वार्डन व प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. कमल घनशाला ने कहा कि देहरादून को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए वृद्ध अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही सभी पोस्ट और सेक्टर वार्डेनों को जीवन रक्षा प्रणाली की तकनीकों का प्रशिक्षण विशेषज्ञ चिकित्सकों से दिलाने की व्यवस्था की जा रही है। अगले हफ़्ते यह प्रशिक्षण शुरू कराने की तैयारी है।
चीफ वार्डन डॉ. कमल घनशाला आज शाम देहरादून के सिविल डिफेंस के सेक्टर व पोस्ट वार्डनों और अन्य पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सेवा के नए आयाम स्थापित करके नागरिक सुरक्षा को देश में शीर्ष पर लाया जाएगा और देहरादून के लोगों के जीवन को सुरक्षित व सुखद बनाने के कार्य किए जाएंगे।
डॉ कमल घनशाला ने कहा कि इसके लिए आपात स्थिति में लोगों की जान बचाने के लिए सबसे पहले पोस्ट वार्डेनों और सेक्टर वार्डेनों को सीपीआर व अन्य तकनीकों का प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की गई है। अगले हफ्ते ग्राफिक एरा अस्पताल में यह प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा। डॉ. घनशाला ने कहा कि युवतियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए देश के कई शहरों में टीकाकरण किया जा रहा है। देहरादून में भी महिलाओं के लिए यह टीकाकरण करने की योजना है। उन्होंने कहा कि नागरिक सुरक्षा संगठन से जुड़े विभिन्न व्यवसायों में सेवारत लोग निस्वार्थ भाव से सेवा के लिए समय निकालकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इस पर गर्व किया जा सकता है। डॉ. कमल घनशाला ने कहा की सेवा के किसी भी बड़े उद्देश्य के लिए देहरादून में ग्राफिक एरा के 27,000 छात्र-छात्राओं, 200 चिकित्सकों और बड़ी संख्या में शिक्षकों को भी जोड़ा जा सकता है।
सुरक्षा संगठन के उप नियंत्रक श्यामेंद्र कुमार साहू ने कमल घनशाला के चीफ वार्डन पद का दायित्व संभालने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि डॉ. घनशाला के नेतृत्व से सेक्टर व पोस्ट वार्डन और संगठन से जुड़े सभी लोग बहुत उत्साहित है। बैठक में वार्डेनों ने फूलों से डॉ. घनशाला का जोरदार स्वागत किया। वक्ताओं ने कहा कि डॉ.कमल घनशाला के चीफ वार्डन का पद संभालने से ही संगठन में नई जान आ गई है।
बैठक का संचालन रविन्द्र मोहन काला ने किया। बैठक में मैक्स के सीनियर सर्जन डॉ. मोहम्मद आतिफ खान, सिविल डिफेंस देहरादून दक्षिण प्रभाग के उप प्रभागीय वार्डन संजय बिजलवान, उत्तरी प्रभाव के प्रभावी वार्डन विश्व रमन, दक्षिण प्रभाग के सहायक उप नियंत्रक रमेश चंद्र शर्मा और उत्तरी प्रभाव के सहायक उप नियंत्रक रमेश सोनकर भी मौजूद रहे।