15 साल के बाद डीएवी देहरादून को NAAC से ग्रेड मिलने का रास्ता हुआ साफ
उत्तराखंड के सबसे बड़े डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून को इस साल एक बड़ी सौगात मिलने वाली है। नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल(NAAC) की टीम जल्द ही कॉलेज का इंस्पेक्शन करने जा रही है। इसके बाद कॉलेज को नैक का ग्रेड मिल जाएगा।
डीएवी पीजी कॉलेज को ईयर 2004 में नैक से बी प्लस ग्रेड मिला था। इसके बाद की प्रॉसेस अधर में लटकी रही। इस वजह से कॉलेज को गुणवत्ता का सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया था। अब नए सिरे से इसकी तैयारी की गई है। कॉलेज ने एसएसआर रिपोर्ट नैक की वेबसाइट पर अपलोड कर दी है।
डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय सक्सेना का कहना है कि आईक्यूएसी की रिपोर्ट तो जमा कर दी गई थी लेकिन एसएसआर यानी सेल्फ स्टडी रिपोर्ट पेंडिंग थी। यह रिपोर्ट नैक की ग्रेडिंग में सबसे ज्यादा मायने रखती है।
नैक का ग्रेड मिलने के बाद डीएवी कॉलेज की पहचान में एक सितारा और जुड़ जाएगा। इसके अलावा यूजीसी और रूसा से ग्रांट मिलने का रास्ता भी साफ हो जाएगा। देहरादून के डीबीएस और एसजीआरआर कॉलेज को नैक ग्रेड की वजह से ही दो-दो करोड़ रुपये की ग्रांट मिल चुकी है।
कॉलेज में ग्रांट आने के बाद इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट होगा। अत्याधुनिक लैब्स बनेंगी। क्लासरूम बनेंगे। लाइब्रेरी हाईटेक हो जाएगी। नैक की इस कसरत में कॉर्डिनेटर डॉ. प्रशांत सिंह, डॉ. एसके सिंह, डॉ. विवेक त्यागी, डॉ. शिखा नागलिया और डॉ. एचएस रंधावा का विशेष सहयोग रहा है।