इस बार आयुर्वेद और होम्योपैथिक के कोर्स में केवल नीट से ही होंगे दाखिले
एमबीबीएस और बीडीएस दाखिलों की प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट(नीट) से दो और कोर्स में दाखिले किए जाएंगे। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने इस पर फैसला ले लिया है। देशभर के सरकारी और निजी आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक कॉलेजों में नीट के स्कोर से ही एडमिशन किए जाएंगे। यानी इस बार नीट एग्जाम क्वालिफाई करने वाले स्टूडेंट्स को अगर एमबीबीए और बीडीएस की सीट नहीं मिल पाती है तो वह बीएएमएस और बीएचएमएस में भी एडमिशन ले सकते हैं।अभी तक सभी राज्यों के आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक कॉलेजों में अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं होती थी। इनमें सरकारी कॉलेजों के लिए अलग प्रवेश परीक्षा और निजी कॉलेजों के मैनेजमेंट कोटे की सीटों पर अलग से प्रवेश परीक्षा होती थी। उत्तराखंड में आयुर्वेद यूनिवर्सिटी की ओर से यूएपीएमटी आयोजित कराई जाती थी जबकि मैनेजमेंट की सीटों के लिए निजी कॉलेज अलग से प्रवेश परीक्षा कराते थे।
आयुष मंत्रालय के आदेशों के मुताबिक अब किसी भी राज्य में अगल से आयुर्वेद व होम्योपैथ कोर्सेज के लिए एंट्रेंस नहीं लिया जाएगा। जिन कैंडिडेट्स ने नीट का फॉर्म भरकर एग्जाम दिया होगा, वह एमबीबीएस, बीडीएस के साथ ही बीएएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस में दाखिला ले सकेंगे।