10वीं के ग्रेड कार्ड में नहीं जुड़ेगा 9वीं का रिजल्ट
सेंटल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन(सीबीएसई) ने 9वीं और 10वीं में होम पैटर्न खत्म करने से पहले तलाक कर दिया है। अब दोनों कक्षाओं के मार्क्स अलग-अलग काउंट किए जाएंगे। इस साल 10वीं के ग्रेड कार्ड में 9वीं का रिजल्ट नहीं जोड़ा जाएगा। इससे 10वीं कर रहे स्टूडेंट्स के लिए चुनौती बढ़ गई है।
सीबीएसई का यह नया नियम इसी साल से होम पैटर्न और बोर्ड पैटर्न वाले दोनों तरह के स्टूडेंट्स पर लागू होगा। खास बात यह भी है कि अब 9वीं में फेल होने वाले स्टूडेंट्स को 10वीं में प्रमोट नहीं किया जाएगा। सीबीएसई ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि 9वीं के लिए समेटिव असेसमेंट और फॉर्मेटिव असेसमेंट पहले की तरह ही होना चाहिए। को करिकुलर एक्टिविटीज को भी अब रिजल्ट का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा। इसके बजाए स्कूल इन एक्टिविटीज के लिए अलग से सर्टिफिकेट जारी करेंगे।
स्कूलों पर कसी नकेल
सीबीएसई बोर्ड ने सभी स्कूलों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अनिवार्य तौर पर 20 मार्च से 20 अप्रैल के बीच 10वीं के ऑनलाइन रिजल्ट का डाटा उपलब्ध करा दें। ऐसा न करने वाले स्कूलों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। 15 दिन लेट भेजने पर पांच हजार रुपये, 30 दिन लेट भेजने पर 10 हजार रुपये और 60 दिन लेट भेजने पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा।