फूल, प्याज के रस से बने कपड़ों में स्टूडेंट्स का कैटवॉक
क्या कोई कपड़ा ऐसा हो सकता है, जो कि केमिकल के रंगों से तैयार न हो। सोचेंगे तो लगेगा नहीं लेकिन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ने इस धारणा को बदल दिया। फूल, पत्ती और प्याज के रस से तैयार रंगों के कपड़े पहनकर स्टूडेंट्स ने ऐसे कैटवॉक किया कि हर हाथ ताली बजाने को मजबूर हो गया।
चंपारन सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने पर ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के फैशन डिजाइनिंग विभाग ने यह अनोखी खोज और क्रिएटिविटी मंच पर दिखाई।
यहां मंच पर जिन कपड़ो में स्टूडेंट्स ने कैटवॉक किया, वह कैमिकल कलर्स से नहीं बल्कि हल्दी, अनार, प्याज, गेंदे के फूल, नील आदि के प्राकृतिक रंगों से बने थे।
खास बात यह है कि जिन कपड़ों को यह कलर किए गए और डिजाइन किए गए, वह सभी पुराने कपड़े थे।
फैशन शो में कपड़ों को बोहेमियन स्टाइल में पेश किया गया।
इसके अलावा तितलियों, फूलों, पेड़ों और अन्य प्राकृतिक वस्तुओं के आकार में बनी नैकपीस आदि भी प्वाइंट ऑफ अटैªक्शन रही।