सक्सेस स्टोरी : चार बार सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाले उत्तराखंड के युवा की कहानी

UPSC Success Story 2023 : Mukul Jamloki Shine 4th Time in UPSC CSE Result 2023

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जिस परीक्षा को एक बार पास करने में जिंदगी गुजर जाती है, उत्तराखंड के होनहार युवा मुकुल जमलोकी ने उस सिविल सेवा परीक्षा को 04 बार पास किया है। हर बार उनकी रैंक में सुधार होता गया। इस बार उन्होंने परीक्षा में 161वीं रैंक हासिल की है। मजे की बात ये है कि इस रैंक से मुकुल को आईपीएस या आईएफएस बनने का मौका मिलेगा, जिसे को लेने के इच्छुक नहीं हैं।

मूलरूप से रुद्रप्रयाग के फाटा निवासी मुकुल जमलोकी ने देहरादून के ब्राइटलैंड स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद आईपी विवि दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर में बीटेक किया। इसके बाद एक कंपनी में एक साल तक नौकरी की लेकिन उन्हें सिविल सेवा में जाने का मन था। इसलिए नौकरी छोड़कर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।

वर्ष 2017 में पहली परीक्षा दी, जिसमें 609वीं रैंक हासिल की। उन्हें इंडिया इंफोर्मेशन सर्विस मिली। इसके बाद उन्होंने फिर तैयारी की और 2018 की परीक्षा में 505वीं रैंक हासिल की। इस पर उन्हें इंडियन पोस्टल सर्विस में मौका मिला। तीसरी बार उन्होंने 2020 में परीक्षा दी, जिसमें 260वीं रैंक हासिल की। इस परीक्षा से वह इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस में चुने गए। वर्तमान में वे कोलकाता स्थित सीएजी कार्यालय में बतौर डिप्टी अकाउंटेंट जनरल के पद पर कार्यरत हैं।

मुकुल के पिता डॉ. ओमप्रकाश जमलोकी वर्तमान में दूरदर्शन में वीडियो एग्जीक्यूटिव की पद पर कार्यरत हैं जबकि उनकी मां इंदु जमलोकी दिल्ली में इकोनोमिक्स की प्रवक्ता हैं। नई रैंक पर मुकुल को आईपीएस या आईएफएस बनने का मौका मिल सकता है, जिसकी इच्छा उनकी नहीं है।

चार बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाले मुकुल जमलोकी का कहना है कि यह परीक्षा एक मैराथन की तरह है। इसकी तैयारी भी ऐसे ही करनी चाहिए। आपको क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा की तरह बनना पड़ेगा। उन्होंने युवाओं से अपील की कि अगर वे अपनी जिंदगी के तीन से चार साल देने को तैयार हैं तो सिविल सेवा परीक्षा के चुनौतीपूर्ण मैदान में उतरें।

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