उत्तराखंड में PCS Exam को लेकर कई अहम फैसले
अगर आप पीसीएस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए यह दो खबरें काम की साबित हो सकती हैं। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग(UKPSC) ने पीसीएस परीक्षा को लेकर कुछ अहम फैसले लिए हैं। इसमें एक फैसला सरकार ने लिया है तो दूसरा निर्णय आयोग ने लिया है।
पीसीएस परीक्षा में CSAT क्वालिफाइंग
उत्तराखंड में अब होने वाली पीसीएस परीक्षाओं में प्री परीक्षा में सीसैट क्वालिफाइंग होगा। अभी तक इस पेपर के मार्क्स मेरिट में जुड़ते थे। संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) ने जब से सीसैट लागू किया था, तब से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा में भी सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) लागू था। यूपीएससी ने कई साल पहले सिविल सेवा परीक्षा से सीसैट को क्वालिफाइंग कर दिया था लेकिन उत्तराखंड में अभी तक यह क्वालिफाइंग नहीं हुआ था। मार्च 2018 में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने इसका प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार को भेजा था, जिसे जुलाई 2018 में सरकार ने हरी झंडी दे दी है। अब इसके बाद जो भी पीसीएस प्री परीक्षा होगी, उसमें कैंडिडेट को सीसैट के पेपर में केवल 33 परसेंट मार्क्स लाने होंगे। अभी तक इस पेपर के मार्क्स मेरिट में जुड़ते थे। इस पर लगातार विरोध चल रहा था।
जिस साल परीक्षा होगी, उसी साल फाइनल रिजल्ट
पीसीएस परीक्षा के हालात उत्तराखंड में किसी से छिपे नहीं हैं। यहां 18 साल में केवल पांच पीसीएस परीक्षाएं ही पूरी हो पाई हैं। इन दिनों छठी परीक्षा की प्रॉसेस चल रही है। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल आनंद सिंह रावत सेवानिवृत्त का कहना है कि अब से जिस साल एग्जाम का नोटिफिकेशन आएगा, उसी साल इसकी प्री और मेन परीक्षा के बाद इंटरव्यू हो जाएंगे। इसी साल फाइनल रिजल्ट जारी होगा। इसके लिए आयोग ने स्पेशल तैयारी की है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही पीसीएस की प्रॉसेस शुरू होगी।