रुद्रप्रयाग के मुकुल जमलोकी ने हर बार की परीक्षा में किया अपनी रैंक में सुधार
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के निवासी मुकुल जमलोकी ने अलग मिसाल कायम की है। उन्होंने यह परीक्षा तीन बार दी और तीनों बार ही पास की है। खास बात यह है कि हर परीक्षा में उन्होंने पूर्व की परीक्षा के तुलना में अपनी रैंक में सुधार दर्ज कराया है। वह वर्तमान में देहरादून डाक विभाग में सेवाएं दे रहे हैं।
मुकुल ने सबसे पहले वर्ष 2017 में 609 रैंक के साथ यह परीक्षा पास की थी। तीसरी बार परीक्षा पास करने के बाद मुकुल ने ऑल इंडिया 260वीं रैंक हासिल की है।मूलरूप से रुद्रप्रयाग के रवि ग्राम गांव निवासी मुकुल जमलोकी के पिता डॉ. ओम प्रकाश जमलोकी दूरदर्शन में सीनियर कैमरामैन हैं। उनकी मां इंदु जमलोकी दिल्ली में शिक्षिका हैं। 12वीं तक की पढ़ाई ब्राइटलैंड स्कूल से करने के बाद मुकुल ने आईपी यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की। इसके बाद स्विस कंपनी में एक साल जॉब की। तभी मन में विचार आया कि प्राइवेट कंपनी में अपना खून पसीना लगाकर आम जनता को महंगे उत्पाद देने के बजाए क्यों न सरकारी सेवा में जाकर जनता की सेवा की जाए। लिहाजा, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की।
मुकुल ने सिविल सेवा परीक्षा-2017 में ऑल इंडिया 609वीं रैंक हासिल की और भारतीय सूचना सेवा में एक साल तक सेवाएं दीं। रैंक में सुधार के लिए उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा-2018 दी। इस बार उन्होंने ऑल इंडिया 505वीं रैंक हासिल की और उनका चयन भारतीय डाक सेवा में हो गया। दो साल से वह डाक सेवा में हैं। वर्तमान में देहरादून परिमंडल में ही कार्यरत हैं। रैंक में सुधार का उनका जुनून यहीं नहीं थमा। उन्होंने और बेहतर तैयारियों के साथ सिविल सेवा परीक्षा-2019 दी। उन्होंने ऑल इंडिया 260वीं रैंक हासिल की है।
मुकुल से इंटरव्यू में पूछे गए ये सवाल
-डाक विभाग तो लगातार घाटे में चल रहा है। क्यों?2. अगर आप कहीं पुलिस अधीक्षक हैं और आपके डीआईजी या डीएम या प्रदेश के मुख्यमंत्री की पत्नी, पति के उत्पीड़न की शिकायत लेकर आ जाए तो आप क्या करेंगे?3. नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को कितनी भाषाएं पढ़ाई जानी चाहिएं?
-दुनिया में इस समय कौन सी भाषाएं सबसे ज्यादा बोली जाती हैं?
-भारत-अमेरिका के संबंधों को किस नजर से देखते हैं?
-अपने जीवन का कोई गौरवशाली लम्हा बताइए।
-अपने जीवन का कोई दुख महसूस करने वाला लम्हा बताइए।