IGNOU से MBA करना हुआ आसान, कई बड़े बदलाव हुए

IGNOU के एमबीए और पीजी डिप्लोमा कोर्स के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में हुआ बड़ा बदलाव

इंदिरा गांधी नेशनल ओपेन यूनिवर्सिटी (IGNOU) से अब मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का कोर्स करना आसान हो गया है। इग्नू ने एमबीए व पीजी डिप्लोमा इन मैनेजमेंट के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में बदलाव कर दिया है।

अभी तक एमबीए में केवल या तो प्रोफेशनल डिग्री वाले छात्र एडमिशन ले सकते थे या फिर वह छात्र जो कि किसी कंपनी में तीन साल से बतौर एग्जीक्यूटिव अपनी सेवाएं दे चुके हों। इस वजह से ग्रेजुएशन करने वाले सामान्य स्टूडेंट्स इस कोर्स में दाखिला नहीं ले पाते थे।

नए नियम के तहत अब कोई भी वह स्टूडेंट इग्नू से एमबीए कर सकता है, जिसने कम से कम 50 परसेंट मार्क्स के साथ ग्रेजुएशन किया हो। रिजर्व कैटेगरी कैंडिडेट्स के लिए यह क्राइटेरिया 45 परसेंट मार्क्स का है।

ओपन मैट से मिलेगा एडमिशन

एमबीए में एडमिशन के लिए हालांकि प्रवेश परीक्षा का नियम जारी रहेगा। मैनेजमेंट की परीक्षा ओपन मैट पास करने के बाद ही एडमिशन मिलेगा। इसके अलावा चार्टर्ड अकाउंटेंसी या कंपनी सेक्रेटरी या कॉस्ट अकाउंटेंसी पास छात्रों को भी एमबीए में अब ओपन मैट के आधार पर एडमिशन मिल जाएगा।

इग्नू ने एमबीए की ड्यूरेशन घटा दी है। अब यह कोर्स तीन के बजाए दो वर्ष का होगा। इससे भी स्टूडेंट्स को फायदा होगा। उन्हें ज्यादा समय तक डिग्री के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

इग्नू ने डिप्लोमा इन मैनेजमेंट और पीजी डिप्लोमा इन मैनेजमेंट को हटा दिया गया है। फाइनेंस, मार्केटिंग, सेल्स या ऑपरेशन के विषिष्ट पीजी डिप्लोमा के लिए  केवल छह कोर्स अनिवार्य कर दिए गए हैं। इसके अलावा अब छात्र एक सत्र में चार के बजाए पांच कोर्सेज में एनरोलमेंट करा सकते हैं। इग्नू में एडमिशन की लास्ट डेट 15 जुलाई 2017 है।

 

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