इण्टरनेशनल ह्यूस में जुटे विभिन्न देशों के छात्र-छात्राएं
ग्राफिक एरा आज दुनिया की विभिनन संस्कृतियों की महक से गुलजार हो उठा। यूके, सर्बिया, इंग्लैण्ड, चाईना, नाईजीरिया, अंगोला, यमन, फ्रंास, इजिप्ट, इण्डोनेशिया समेत तमाम देशों से आये बच्चों ने अपनी संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम प्रस्तुत किए। यह मौका था ग्राफिक एरा में आयोजित इण्टरनेशनल ह्यूस का।
आज दुनिया के विभिन्न देशों के छात्र-छात्राओं के दल ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी पहंुचे। शैक्षिक आदान-प्रदान के लिये किये गये गठबंधनों के तहत ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं इंग्लैण्ड, फ्रांस, युगांडा आदिं देशों में स्टूडेन्ट्स एक्सचेन्ज प्रोग्राम के लिये जाते रहते हैं और विभिन्न देशों के छात्र-छात्राएं भी ग्राफिक एरा ग्रुप के दोनों विश्वविद्यालयों में अध्ययन के लिये आते हैं। इन छात्र-छात्राओं ने अपनी-अपनी संस्कृति के नॉन एल्कोलिहिक मॉकटेल्स तैयार किए।
ग्राफिक एरा के छात्र-छात्राएं इन मॉकटेल्स का जायका उठाने के लिये अपने हाथों से ठमी पासपोर्ट लिए नाइजीरिया, अंगोला, यमन, मोरक्को, यूके, इजिप्ट, घाना, इण्डोनेशिया, चाईना, सर्बिया, मौरीटानिया, यूक्रेन, फं्रास, सिव्टजरलैण्ड, इटली, ब्राजील और लिबिया के छात्र-छात्राओं द्वारा लगाए गए स्टालों के सामने लम्बी कतार में नजर आये।
इस कार्यक्रम में विदेशी और भारतीय छात्र-छात्राओं ने एक-दूसरे के देशों की सांस्कृतिक प्रस्तुतिया भी पेश की। जहां एक ओर विदेशी छात्र टैंगो, जैज, हिप-होप करते दिखाई दिए वहीं दूसरी और भारतीय छात्रों ने उत्तराखण्डी प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम में ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय के प्रो-वाईस चान्सलर प्रो. (डा.) एच. एन. नागाराजा, डीन इण्टरनेशनल अफेयर्स प्रो. (डा.) डी. पी. गंगोदकर, सुचित अरोड़ा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन साहिब सबलोक ने किया।