ग्राफिक एरा(Graphic Era University) ने अभिभावकों की चिंता दूर की
ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी(Graphic Era University) से कोविड(covid) की दूसरी लहर के मद्देनजर छात्र-छात्राओं को विमानों से उनके घर सुरक्षित भेजने का सिलसिला आज तीसरे दिन भी जारी रहा। ग्राफिक एरा ने दूरस्थ राज्यों के छात्र छात्राओं को विमान से उनके घर की व्यवस्था करके एक नई शुरूआत कर दी।
तीसरे दिन खासतौर से बिहार के छात्र-छात्राओं को विमान सेवाओं से उनके घर भेजा गया। शाम तक वे अपने घर सुरक्षित पहुंच गए।
कोविड की दूसरी लहर के चलते कई स्थानों पर लॉकडाउन होने और राज्य सरकार की ऑफलाइन कक्षाएं बंद करने की घोषणा के बाद ग्राफिक एरा ने यह कदम उठाया है। आज देहरादून से विमान सेवाओं के जरिये बिहार के 34 छात्र छात्राओं को पटना भेजा गया। घर लौटने की खुशी और साथियों से एक बार फिर बिछुड़ने के अहसास से मिले जुले भाव इन छात्र-छात्राओं के चेहरे पर नजर आ रहे थे।
इससे पहले दो दिनों में आंध्र प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, वाराणसी और लखनऊ के छात्र-छात्राओं को हवाई मार्ग से उनके घर भेजा जा चुका है। ये सभी छात्र छात्राएं ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में हाल ही में वापस लौटे थे।
विश्वविद्यालय की अपने खर्च पर उन्हें घर तक भेजने की मुहिम से छात्र-छात्राएं बहुत उत्साहित हैं। संक्रमण को लेकर चिंता में डूबते उतराते उनके अभिभावकों ने ग्राफिक एरा की इस नई पहल का जोरदार स्वागत किया है। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की छात्रा अदिति पाठक (पटना) ने कहा कि विश्वविद्यालय इतने सुरक्षित तरीके से फ्लाइट से घर भेज सकता है, यह तो उन्होंने कभी सोचा तक नहीं था। अदिति ने कहा कि उनके पेरेंट्स कोरोना को लेकर बहुत चिंतित थे और यहां आकर साथ ले जाने की स्थिति में भी नहीं थे। ऐसे में ग्राफिक एरा ने खुद भेजने की पहल करके सबका दिल जीत लिया है।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के छात्र उज्जवल आनंद (पटना) ने कहा कि कभी सुना भी नहीं था कि कोई यूनिवर्सिटी अपने खर्चे से फ्लाइट से भेजती है। यह जानकर तो अभिभावकों की सारी चिंता ही दूर हो गई है। इस पर कोई भी गर्व कर सकता है। विमान सेवाओं के जरिये भेजे जाने वाले काफी छात्र-छात्राओं ने पहली बार हवाई सफर किया है। आज दिल्ली के काफी छात्र-छात्राओं को भी उनके घर भेजा गया।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन क्लास बंद करने के साथ ही छात्र-छात्राओं को हॉस्टल में रहने या अपने घर जाने का विकल्प दिया था। घर जाने का विकल्प चुनने वालों को यह सुविधा दी गई। मुरादाबाद, दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, हल्द्वानी, काशीपुर, बिजनौर, सहारनपुर आदि के बच्चों को बसों और कारों से उनके घर भेजा गया हैI उनके साथ विश्वविद्यालय के अधिकारी भी भेजे गए।
ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने कहा कि छात्र-छात्राएं ग्राफिक एरा परिवार के सदस्य हैं। उनका भविष्य संवारने के हमारे प्रयास उनकी जिंदगी में कामयाबी और खुशियों के रंग घोलने की कवायद का हिस्सा हैं। उन्हें सुरक्षित रखना हमारी पहली प्राथमिकता है।
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