फरवरी से शुरू होने जा रही हैं CBSE 10वीं की परीक्षाएं
सीबीएसई ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा उसे ठीक पहले एक बड़ा बदलाव कर दिया है। इससे देश भर के लाखों छात्रों को बड़ी राहत मिलने वाली हैं। सीबीएसई ने इसका आदेश जारी कर दिया है।
दरअसल अभी तक दसवीं में किसी भी विषय में प्रैक्टिकल और असाइनमेंट में अलग-अलग 33% मार्क्स लाने अनिवार्य होते थे। इनमें से किसी एक में भी अगर अंक कम आए तो बच्चा फेल हो जाता था।
सीबीएसई की ओर से लंबे समय से इस पैटर्न में बदलाव की कवायद चल रही थी। सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर डॉक्टर संयम भारद्वाज ने बृहस्पतिवार को एक आदेश जारी किया। इसके मुताबिक अब दसवीं में किसी भी विषय में प्रेक्टिकल और थ्योरी दोनों में कुल मिलाकर 33% मार्क्स लाने होंगे।
इसके साथ ही अब अलग-अलग 33% मार्क्स लाने का नियम खत्म हो गया है। सीबीएसई के मुताबिक 2019 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में यह नियम लागू माना जाएगा।
यह है आदेश