Baluni Classes और CRPF के बीच हुआ करार
मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के लिए उत्तर भारत का अग्रणी कोचिंग संस्थान बलूनी क्लासेस ने देश रक्षा में शहीद सैनिकों के बच्चों को निःशुल्क कोचिंग देने की घोषणा की है। बलूनी क्लासेस और सीआरपीएफ के बीच में इस संबंध में करार हुआ है। सीआरपीएफ के डीआईजी दिनेश उनियाल और बलूनी क्लासेस के चेयरमैन डॉ नवीन बलूनी ने इस करार पर सहमति जतायी।
करार के तहत बलूनी क्लासेस भारतीय सेना और पैरामिलिट्री के शहीद सैनिकों के बच्चों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की निशुल्क कोचिंग देंगे जबकि नर्सरी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के दौरान उनको फीस में रियायत दी जाएगी।
सीआरपीएफ के डीआईजी दिनेश उनियाल ने बलूनी क्लासेस के इस फैसले की सराहना की है। उन्होंने कहा कि बलूनी क्लासेस के इस फैसले से शहीद परिवारों के बच्चों का मनोबल बढ़ेगा और उन्हें डॉक्टर या इंजीनियर बनने की प्रेरणा मिलेगी। सीआरपीएफ ने इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है। सीआरपीएफ शहीदों के परिजनों को इस संबंध में जानकारी उपलब्ध कराएगा।
इस संबंध में बलूनी ग्रुप ऑफ एजुकेशन के चेयरमैन डॉ नवीन बलूनी ने बताया कि बलूनी क्लासेस ने सामाजिक दायित्व की भावना के तहत यह फैसला किया है। उन्होंने कहा कि सैनिक और अर्धसैनिक बलों के जवान हमारे देश की सरहदों और प्रमुख प्रतिष्ठानों की रक्षा करते हैं। उनका जीवन विषम परिस्थितियों में गुजरता है। सैनिकों की शहादत के बाद सबसे अधिक प्रतिकूल प्रभाव उनके बच्चों के करियर पर पड़ता है। ऐसे में उनको सही करियर के चुनाव में उनके बच्चों की मदद करना हमारा कर्तव्य है।
इसी भावना से बलूनी क्लासेस ने यह फैसला लिया है। संस्थान के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने कहा कि बलूनी क्लासेस समाज के हर वर्ग के प्रतिभावान बच्चों की मदद के लिए तत्पर है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी बलूनी क्लासेस कोरोना वारियर्स के बच्चों को नीट और जेईई मेन्स के क्रैश कोर्स निशुल्क पढ़ा रहा है। साथ ही गत 10 वर्षां से प्रत्येक वर्ष 50 बच्चों को सुपर-50 के तहत निःशुल्क कोचिंग प्रदान कर रहा है ।