इकोल इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल में ज्वाला गुट्टा, गर्ल्स को दिए ये टिप्स

Ecole Globle International Girls School का छठा फाउंडर्स डे धूमधाम से हुआ सेलिब्रेट

jawala gutta in dehradun ecole

देहरादून के इकोल ग्लोबल इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल में छठा फाउंडर्स डे धूमधाम से सेलिब्रेट किया गया। इस मौके पर बैडमिंटन की इंटरनेशनल प्लेयर ज्वाला गुट्टा इकोल पहंुची। आप भी पढि़ये, उन्होंने क्या टिप्स दिए।

 

ज्वाला गुट्टा ने बताया उनके लिए यह बहुत बड़ा सम्मान है कि उनको यह मौका मिला कि वे भारत का प्रतिनिधित्व इंटरनेशनल लेवल पर कर सकें। 10 साल की उम्र से ही उन्होंने एस.एम. आरिफ से ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया था। एस.एम. आरिफ भारत के जाने माने खेल प्रशिक्षक हैं, जिन्हें द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

ecole globle international girls school dehradun, jwala gutta

पहली बार 13 साल की उम्र में उन्होंने मिनी नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप जीती थी। साल 2000 में उन्होंनेे 17 साल की उम्र में जूनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप जीती। इसी साल उन्होंने श्रुति कुरियन के साथ डबल्स में जोड़ी बनाते हुए महिलाओं के डबल्स जूनियर नेशनल बैडमिंटन चौंपियनशिप और सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में जीत हासिल की। श्रुति कुरियन के साथ उनकी जोड़ी काफी लंबे समय तक चली। 2002 से 2008 तक लगातार सात बार उन्होंन महिलाओं के नेशनल युगल प्रतियोगिता में जीत हासिल की।

ecole globle dehradun founders day

महिला डबल्स के साथ-साथ उन्होंन मिश्रित डबल्स में भी सफलता हासिल की और भारत की डबल्स में सबसे बेहतरीन खिलाड़ी बनीं। कॉमनवेल्थ गेम्स में भी उन्होंन अपने पार्टनर अश्विनी पोनप्पा के साथ भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद से एक बार फिर ज्वाला गुट्टा भारतीय बैडमिंटन में चर्चा का विषय बन गई हैं। ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स, 2014 में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया। मौके पर ज्वाला गुट्टा ने छात्राओं से कहा कि वे कभी भी किसी प्रकार के अन्याय या असमान व्यवहार को चुपचार स्वीकार न करें।

ecole globle dehradun founders day 6th

इससे पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत में खेल संघों की राजनीति और किसी खास एकेडमी को बैडमिंटन की पूरी जिम्मेदारी देने पर भी सख्त आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल इस में तरह की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए। खेलों में सभी का साथ होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि खेलों में मेडल न मिलने की वजह, सरकार की गलत पॉलिसी है।

ecole globle chairman amarjeet singh juneja

इकोल ग्लोबल इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल के अध्यक्ष अमरजीत सिंह जुनेजा ने 6 वर्षों के अपेक्षाकृत संक्षिप्त अवधि में स्कूल द्वारा पार कर गए कई मील के पत्थर की बात की। उन्होंने शैक्षिक विस्तार, बुनियादी ढांचे और विकास के मामले में भविष्य के लिए निदेशक मंडल की योजनाओं को साझा किया। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि गर्ल्स के लिए और अधिक विषय विकल्प शामिल करने के लिए सीआईई कार्यक्रम को बढ़ाने में सक्षम हो। इसके अतिरिक्त, स्कूल अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम को शुरू करने तथा स्टाफ और छात्रों दोनों के लिए इन-हाउस सुविधाएं प्रदान करने का विचार करता है। उन्होंने पिछले वर्ष के दौरान स्कूल और छात्रों की कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियों को भी याद किया।

ecole globle school dehradun

इकोल की प्रिंसिपल नंदिता साहू ने लास्ट ईयर की एनुअल रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि पिछली उपलब्धियों को याद करना जितना महत्वपूर्ण था, उतना ही भविष्य की चुनौतियों के लिए गियर करना भी महत्वपूर्ण है। ज्वाला गुट्टा को सच्ची महिलाओं के रूप में बताते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे इकोल की लड़कियों को अपने जीवन को गर्व और आत्मविश्वास के साथ जीने के लिए प्रेरणा देंगी कि हमेशा किसी भी रूप में अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार रहें। इस मौके पर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्य मदनजीत सिंह, तरुणज्योत सिंह, गगनज्योत सिंह भी मौजूद रहे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *