उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में डूंगरी गांव में दून स्कूल सहित सात स्कूलों के बच्चे पहुंचे
शहरों के जो बच्चे कभी ग्रामीण माहौल में ना रहे हों। बड़े स्कूलों में पढ़ने वाले अमीरों के जिन बच्चों ने कभी गरीबी करीब से ना देखी हो। वह बच्चे पहुंच गए पौड़ी के डूंगरी गांव। यहां न केवल कई दिनों तक रहे बल्कि खुद बना दिया एक सामुदायिक भवन।
देशभर से आये इन 50 बच्चो ने यहाँ पर मिट्टी खोदी, ईंट-पत्थर ढोये, जमीन समतल बनायीं और ईंट से ईंट जोड़कर दीवारें खड़ी कर दी। 7 राज्यों के यह छात्र यहां 2 अप्रैल 2018 से 8 अप्रैल 2018 तक रहे।
इस खास अभियान में सात राज्यों से आठ प्रसिद्ध स्कूलों ने प्रतिभागिता की। इसमें लॉरेंस स्कूल सनावर, विवेक हाई स्कूल चंडीगढ़ , एमरल्ड हाईट्स इंटरनेशनल स्कूल इंदौर , डेली कॉलेज इंदौर ,लॉरेंस स्कूल,लवडेल, तमिलनाडु, विद्या देवी जिंदल स्कूल हिसार , बिरला पब्लिक स्कूल पिलानी एवं आयोजक द दून स्कूल देहरादून शामिल है।
द लॉरेंस स्कूल, सनावर के छात्र उदयवीर ने कहा कि “इस अभियान से जुड़कर हमने शारीरिक मेहनत के महत्व को समझा है। इसके बाद हमारे दिल में मजदूर भाइयों के लिए श्रद्धा और सम्मान बड़ा है”|
इस मौके पर दून स्कूल के वाईस प्रिंसीपल प्रभाकरण नायर ने कहा, “हमारे देश के सुनहरे भविष्य के लिए यह ज़रूरी है कि शहरी स्कूलों के बच्चे भी गांव से जुड़े तथा समस्याओ के प्रति संविदनशील बने।