एडमिशन की गड़बड़ी पर आंख बंद रखने और फाइनेंशल गड़बड़ियों पर गिरी गाज
उत्तराखंड के उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. बीसी मेलकानी को उत्तराखंड शासन ने निलंबित कर दिया है। उनके साथ ही 3 और प्रोफेसर सस्पेंड किये गए हैं। उत्तराखंड में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है।
ये मामला है गवर्नमेंट पीजी कॉलेज हल्द्वानी है। यहां स्टूडेंट मीमांसा आर्य को अंतिम वर्ष में फेल होने के बाद भी नेक्स्ट ईयर एडमिशन दे दिया गया। इसी तरह प्रकाश चंद्र पनेरू नाम के स्टूडेंट को बीए फर्स्ट ईयर में फेल होने के बाद गलत एफिडेविट पर दोबारा बीए फर्स्ट ईयर में दाखिला दिया गया। कई स्टूडेंट्स को एडमिशन कमेटी के हस्ताक्षर बिना ही दाखिल कर लिया गया। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन से आई हुई ग्रांट को इस्तेमाल समय पर नहीं किया, इस वजह से पैसा वापस चला गया।
ऐसे सभी मामलों के बीच उस समय के कॉलेज प्रिंसिपल और वर्तमान में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ बीसी मेलकानी आंख बंद किये बैठे रहे। अपर मुख्य सचिव रणबीर सिंह ने डॉ मेलकानी सहित कॉलेज के 4 प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया। डॉ मेलकानी को शासन में अटैच्ड किया गया है।
उत्तराखंड में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है।
