CBSE ने दी कुछ छात्रों को विशेष राहत
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन(CBSE) ने कुछ छात्रों को बोर्ड एग्जाम के दौरान हल्का नाश्ता करने की छूट दे दी है। बोर्ड ने यह छूट डायबिटीज से पीड़ित छात्रों को दी है। इसके लिए देश के कई हिस्सों से बोर्ड के पास मांग पहुंच रही थी। बोर्ड ने बेहद विचार विमर्श के बाद यह फैसला लिया है।
दिल्ली डायबिटीज रिसर्च सेंटर के डॉ. अशोक झिंगरण ने सीबीएसई को इस बात के लिए एप्रोच किया था। उनका कहना था कि स्टडी में यह बात सामने आई है कि शुगर के जो मरीज इंसुलिन पर निर्भर होते हैं, उन्हें इंजेक्शन न मिलने वह वह इरिटेट होने लगते हैं। टाइप-1 डायबिटीज की वजह से कई बार मरीज बेहद खतरे में भी आ जाते हैं। इससे निश्चित तौर पर एग्जाम पर उनका कंसंट्रेशन नहीं बन पाएगा। डॉ. झींगरण ने प्रस्ताव रखा था कि ऐसे बच्चों को स्नेक्स से कम से कम डेढ घंटा पहले इंसुलिन देना जरूरी है। इसके बाद वह नाश्ता करेंगे। ऐसे में एग्जाम टाइम में उनका शिड्यूल नहीं बन सकता है। देशभर से तमाम मामले सीबीएसई के पास ऐसे पहुंचे थे। लिहाजा, बोर्ड ने तय किया है कि शुगर से पीड़ित बच्चों को बोर्ड एग्जाम के दौरान हल्के स्नेक्स लेने की छूट रहेगी। जल्द ही सीबीएसई इस मामले में सर्कुलर भी जारी करने जा रहा है।