अब डिग्री लेने के लिए विदेशों की तर्ज पर होगा एग्जाम पैटर्न

विदेशी विश्वविद्यालयों की तर्ज पर UGC लागू करने जा रहा है एग्जाम पैटर्न में बड़े चेंज की पॉलिसी

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अब आप इंडिया में हों या विदेश में, आपको एक जैसा ही एग्जाम पैटर्न फेस करना पड़ेगा। विदेशी यूनिवर्सिटीज की तर्ज पर इंडिया में भी 12वीं के बाद अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएशन के एग्जाम पैटर्न में बिग चेंज होने जा रहा है। इसके लिए बनी एग्जाम रिफॉर्म कमेटी की रिपोर्ट जारी कर दी गई है। इस पर फीडबैक मांगे गए हैं। फीडबैक आने के बाद नया एग्जाम पैटर्न पूरे देश की यूनिवर्सिटीज में जारी कर दिया जाएगा।

यूजीसी ने 24 मई 2018 की मीटिंग में एग्जाम पैटर्न में बदलाव के लिए भारती विद्यापीठ के वाइस चांसलर प्रो. एमएम सोलुंखे की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी ने यूजीसी को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसे लागू करने से पहले यूजीसी ने इसे वेबसाइट पर जारी किया है। इस पर देशभर के एजुकेशन एक्सपर्ट्स से फीडबैक मांगा गया है।

यूनिवर्सिटी में बनेंगे पेपर बैंक

यूनिवर्सिटी में क्वैश्चन पेपर बैंक बनाए जाएंगे। इसका फायदा यह होगा कि यूनिवर्सिटी जब और जितनी बार चाहेगी, आसानी से एग्जाम करा सकेगी। इससे क्वैश्चन रिपीट भी नहीं होंगे।

NIOS की तरह ऑन डिमांड एग्जाम

NIOS की तर्ज पर अब हायर एजुकेशन में भी ऑन डिमांड परीक्षा की सिफारिश की है। इसके लिए अलग से एक राष्ट्रीय बोर्ड का भी गठन किया जा सकता है। सबसे पहले ट्रायल के तौर पर यह बदलाव डिस्टेंस लर्निंग पाठ्यक्रमों में लागू किए जा सकते हैं।

इंटरनल एग्जाम पर फोकस

यूजी में 30 प्रतिशत आंतरिक, 70 प्रतिशत बाह्य परीक्षा, पीजी में 40 प्रतिशत आंतरिक और 60 प्रतिशत बाह्य परीक्षा की जाए। अगर संस्थान चाहें तो इसे सीधे 50-50 प्रतिशत या 40-60 प्रतिशत के अनुपात में भी कर सकते हैं।

90 मिनट से पहले नहीं जा सकेंगे एग्जाम सेंटर से बाहर

परीक्षा के दौरान शुरुआती 90 मिनट तक छात्र को परीक्षा कक्ष छोड़ने की अनुमति नहीं होगी। इसके बाद छात्र चाहे तो परीक्षा छोड़कर परीक्षा केंद्र से बाहर जा सकता है। किसी भी छात्र को प्रश्नपत्र बाहर ले जाने की अनुमति न दी जाए। प्रश्नपत्र सीधे इंटरनेट के माध्यम से परीक्षा केंद्रों को भेजे जाएं।

Ability Test

यूजी और पीजी में छात्रों की योग्यता की परख और इसे संवारने के लिए एबिलिटी टेस्ट का कांस्पेट लाया गया है। इसके तहत विभिन्न स्तरों पर प्रैक्टिकल और ऑन स्पॉट प्रॉब्लम सॉल्विंग अभ्यास से छात्रों की योग्यता बढ़ सकती है।

 

यह चार मॉडल हैं अहम

पहला मॉडल – इसमें 70 प्रतिशत इंटरनल और 30 प्रतिशत एक्ट्रनल परीक्षा होगी। आंतरिक परीक्षा में 35-35 अंकों के दो क्लास टेस्ट, 10-10 अंकों की तीन क्विज, 10 अंक का ग्रुप डिस्कशन, 10 अंक का होम एसाइनमेंट, 10 अंक की हाजिरी होगी। जबकि 60 अंकों की बाह्य परीक्षा होगी। इस मॉडल में आंतरिक परीक्षा 140 अंक और बाह्य परीक्षा 60 अंक की होगी।

दूसरा मॉडल – इसमें 70 प्रतिशत आंतरिक और 30 प्रतिशत बाह्य परीक्षा होगी। आंतरिक परीक्षा में 35-35 अंकों के दो क्लास टेस्ट और डेली होम एसाइनमेंट, 40 अंकों के दो डेली होम एसाइनमेंट, 20 अंकों का ग्रुप डिस्कशन, 10 अंकों की हाजिरी और 60 अंकों की बाह्य परीक्षा होगी।

तीसरा मॉडल –  आंतरिक परीक्षा के तहत 40 अंकों का वीकली होम एसानइमेंट, 35-35 अंकों के दो क्लास टेस्ट, 20 अंकों की क्विज, 10 अंकों की हाजिरी होगी। आंतरिक परीक्षा 140 अंक और बाह्य परीक्षा 60 अंकों की होगी।

चौथा मॉडल – आंतरिक परीक्षा के तहत 30 अंकों का वीकली होम एसाइनमेंट, 10-10 अंकों के दो पोस्ट प्रेजेंटेशन, 30-30 अंकों के दो क्लास टेस्ट, 20 अंकों की क्विज, 10 अंकों की हाजिरी व 60 अंकों की बाह्य परीक्षा होगी। इसके तहत 140 अंकों की आंतरिक और 60 अंकों की बाह्य परीक्षा होगी।

 

पूरी रिपोर्ट पढ़ने को यहां क्लिक करें

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