एनसीईआरटी ने कक्षा 7 और 8 के पाठ्यक्रम में वीर सैनिक सैम मानेकशॉ, मोहम्मद उस्मान और सोमनाथ शर्मा के जीवन पर अध्याय जोड़े।
भारत के वीर सैनिकों के साहस और बलिदान की कहानियों को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए एनसीईआरटी ने इस शैक्षणिक वर्ष में पाठ्यक्रम में बदलाव किए हैं। कक्षा 7 और 8 के छात्रों के लिए अब फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ, ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान और मेजर सोमनाथ शर्मा के प्रेरणादायक जीवन पर आधारित अध्याय शामिल किए गए हैं। इन अध्यायों के माध्यम से छात्रों को देशभक्ति, साहस, कर्तव्यनिष्ठा और भारत के सैन्य इतिहास के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया जाएगा।
📖 नए अध्यायों का विवरण
• कक्षा 8 (उर्दू)– फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ: भारत के पहले अधिकारी जिन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि दी गई। वे अपनी अद्वितीय रणनीतिक सोच और नेतृत्व क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं।
• कक्षा 7 (उर्दू)– ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान: महावीर चक्र से सम्मानित, जिन्होंने 1947-48 के युद्ध में देश की रक्षा करते हुए अपना बलिदान दिया।
• कक्षा 8 (अंग्रेजी)– मेजर सोमनाथ शर्मा: परमवीर चक्र से सम्मानित पहले सैनिक, जिन्होंने 1947 में कश्मीर की रक्षा करते हुए अदम्य साहस दिखाया।
🎯 उद्देश्य और महत्व
रक्षा मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय और एनसीईआरटी मिलकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (National War Memorial) को शिक्षा में शामिल करने का प्रयास कर रहे हैं। इसका उद्देश्य छात्रों में देशभक्ति, संवेदनशीलता, उच्च नैतिक मूल्यों और राष्ट्र निर्माण की भावना को प्रोत्साहित करना है।
🏛 राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का परिचय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट के पास ‘सी’ हेक्सागन में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया। यह स्मारक उन वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दिया। यह स्थान देशवासियों में देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता और सम्मान की भावना जगाने का प्रतीक है।
एनसीईआरटी का यह कदम न केवल छात्रों को भारत के गौरवशाली सैन्य इतिहास से जोड़ता है, बल्कि उन्हें जीवन में साहस, जिम्मेदारी और सेवा की भावना अपनाने की प्रेरणा भी देता है।