“ग्राफिक एरा में खुला IOS व AI एक्सीलेंस सेंटर”

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने देहरादून स्थित ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में IOS डेवलपमेंट व AI एक्सीलेंस सेंटर का उद्घाटन किया। Apple, Infosys और NVIDIA के सहयोग से बने इस हाई-परफॉर्मिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्देश्य स्किल डेवलपमेंट, इनोवेशन और रिसर्च को बढ़ावा देना है। डॉ सिंह ने कहा कि दीर्घकालीन सफलता के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मानव इंटेलिजेंस का संतुलित समन्वय आवश्यक है।

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केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि दीर्घकालीन सफलता के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के साथ मानव इंटेलीजेंस का संतुलित समन्वय आवश्यक है। डॉ सिंह आज ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में हाई परफोर्मिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

ग्राफिक एरा में दुनिया की मशहूर कम्पनियों एप्पल और इंफोसिस के तकनीकी सहयोग से बनाये गये इस आईफोन ऑपरेटिंग सिस्टम (आईओएस) डेवलमेंट सेंटर, एनवीडिया सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड हाई परफोर्मिंग कम्प्यूटर का निर्माण एआई, स्किल डेवलपमेंट और इनोवेशन के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में किया गया है। केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ सिंह ने आज इस सेंटर का उद्घाटन किया। उन्होंने एक्सीलेंस सेंटर में छात्र छात्राओं और विशेषज्ञों से विस्तार से बातचीत भी की।

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डॉ सिंह ने उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक टूल की तरह है जिसे स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, निर्माण आदि हर क्षेत्र के साथ जोड़ा जा सकता है। अगली औद्योगिक क्रांति में ए.आई. एक बड़ी भूमिका निभायेगी। अगली क्रांति सूचना प्रौद्योगिकी या अर्थव्यवस्था से नहीं, बल्कि ए.आई. में आयेगी। उन्होंने ए.आई. के उपयोगों का उल्लेख करते हुए कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में ए.आई. का उपयोग इलाज और इलाज के तरीकों को आसान बना सकता है। किसी भी रोगी से उसकी स्थानीय भाषा और बोली में रोग के बारे में समझ और बोलकर ए.आई. के जरिये भविष्य में उपचार किया जा सकेगा।

केंद्रीय राज्यमंत्री ने ग्राफिक एरा के इस एक्सीलेंस सेंटर को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता वाले डिजिटल इंडिया, स्किल, स्टार्टअप और मेकिंग इंडिया जैसे अभियानों की भावना का साकार रूप माना। उन्होंने विश्वास जताया कि यह केंद्र न केवल अनुसंधान और नवाचार को नई ऊंचाइयों तक ले जायेगा बल्कि युवाओं के लिए आगे बढ़ने के असीम अवसर मुहैया करायेगा और देश के भविष्य की तकनीकी क्रांति में वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने की दिशा में आगे बढ़ायेगा। उन्होंने नई शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि अब बच्चों को काफी एक्सपोजर मिल रहा है, वे एक साथ कई विधाओं की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। डॉ सिंह ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में छात्र छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को भी शामिल होना चाहिये, जिससे वे जान समझ सकें कि बच्चों के लिए कौन से अवसर और कौन सी राहें खुल सकती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे प्रोजेक्ट को स्टार्ट अप और उद्योग के साथ जोड़ना चाहिए जिससे ज्यादा लोगों को लाभ मिल सके।

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उत्तराखंड के चिकित्सा, स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत करते हुए उत्तराखंड की उच्च शिक्षा व्यवस्था पर प्रकाश डाला।

नीति आयोग के सदस्य और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ वी के सारस्वत ने कहा कि ए.आई. सभी क्षेत्रों में उत्पादकता बढ़ा रहा है और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण साकार कर रहा है। ए.आई. ऑटोमेशन के जरिये ऑगमोनेशन की ओर ले जा रहा है। सन 2030 तक 59 कार्मिकों को रिस्किलिंग की जरूरत होगी। ए. आई. केवल काम को ट्रांसफॉर्म ही नहीं कर रहा, बल्कि इंसान की सोच और व्यवहार को भी प्रभावित कर रहा है। ए. आई. इंसानों को प्रॉब्लम सॉल्वर बना रहा है।

डॉ सारस्वत ने कहा कि ए.आई. भविष्य को नया आकार दे रहा है, लेकिन ए.आई. को आकार देने का काम मनुष्य कर रहा है। ए.आई. का जिम्मेदारी के साथ उपयोग करना और ए.आई. को मानवीय मूल्यों के साथ जोड़ना बहुत महत्वपूर्ण है। उद्योगों में हार्ड स्किल से अधिक जरूरत सॉफ्ट स्किल की है, जो ए.आई. से संभव नहीं है। हार्ड स्किल ए.आई. से मिल सकती है, लेकिन सॉफ्ट स्किल मानव द्वारा ही मिल सकती है।

ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने बताया कि इस एक्सीलेंस सेंटर में एनवीडिया का आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस के लिए बहुत अधिक क्षमता का सर्वर लगाया गया है। इसके साथ एप्पल और इंफोसिस का आईओएस सेंटर भी बनाया गया है। इससे रियल टाईम वर्क करने वालों, रिसर्च करने वालों, वैज्ञानिकों और हाई एंड कम्युनिटी को बहुत लाभ होगा। बीस करोड रुपये से अधिक की लागत से ये विशेष सेंटर बनाया गया है।

इससे पहले एक्सीलेंस सेंटर पहुंचने पर ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला और वाइस चेयरपर्सन डॉ राखी घनशाला ने केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत और चांसलर डॉ वी के सारस्वत का स्वागत किया। समारोह में डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह व प्रो-वीसी डॉ संतोष एस. सर्राफ, कुलसचिव डॉ नरेश कुमार शर्मा, ग्राफic एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ अमित आर. भट्ट, कुलसचिव डॉ दिनेश जोशी, अन्य पदाधिकारी, शिक्षक और छात्र छात्राएं शामिल रहे।

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डॉ कमल घनशाला यंग जनरेशन के रोल मॉडल

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने ग्राफिक एरा के संस्थापक अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला को यंग जनरेशन का रोल मॉडल बताया।
डॉ सिंह ने कहा कि डॉ घनशाला ने खुद के लिए नहीं बल्कि समाज के लिए एक बड़ा संस्थान तैयार किया है। उनका यह विजन उत्तराखंड तक सीमित नहीं रहना चाहिये, बल्कि पूरे देश में इसका प्रसार होना चाहिये।

राज्य के चिकित्सा, स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को देश के 50 शीर्ष विश्वविद्यालयों में स्थान मिलने और 48वीं रैंक मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए ग्राफिक एरा के संस्थापक अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला को ग्लोबल लीडर बताया।

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