ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में नए सत्र की शुरुआत उत्साह और उम्मीदों के साथ हुई। इंडक्शन प्रोग्राम में नए छात्रों का सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, आइस-ब्रेकिंग सेशन्स और विश्वविद्यालय की जानकारी के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी का परिसर एक बार फिर से नई ऊर्जा, उम्मीद और उत्साह से भर गया, जब विश्वविद्यालय ने नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत इंडक्शन प्रोग्राम के साथ की। बीबीए, बीसीए, बीकॉम, बीजेएमसी, बीए-एलएलबी, फैशन डिजाइनिंग समेत विभिन्न कोर्सों में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं के लिए यह पहला कदम था यूनिवर्सिटी जीवन की ओर।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई जिसे कुलपति डॉ. अमित आर. भट्ट, रजिस्ट्रार डॉ. दिनेश कुमार जोशी और विभिन्न विभागों के एचओडी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर कुलपति डॉ. अमित ने छात्रों को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक, सांस्कृतिक और नवाचारपूर्ण वातावरण से परिचित कराया।

उन्होंने कहा,
“ग्राफिक एरा का उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि छात्रों में एक सशक्त और संवेदनशील व्यक्तित्व का विकास करना है।”
उन्होंने संस्थान के चेयरमैन डॉ. कमल घनशाला की दूरदर्शी सोच का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में ग्राफिक एरा ने हजारों छात्रों के सपनों को साकार किया है।
🔸 सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और संवाद से भरा रहा दिन
इंडक्शन कार्यक्रम को जीवंत और मनोरंजक बनाने के लिए उत्तराखंड की रंग-बिरंगी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। साथ ही, आइस-ब्रेकिंग सेशंस जैसे डमशराज, क्विज, और इंटरएक्टिव गेम्स ने नए छात्रों के चेहरे पर मुस्कान और मन में आत्मीयता भर दी।
🔸 सशक्त शुरुआत की ओर पहला कदम
यह प्रोग्राम छात्रों को यूनिवर्सिटी के माहौल से जोड़ने और उनके मन में आत्मविश्वास जगाने की दिशा में एक प्रभावशाली प्रयास रहा। छात्र-शिक्षक संवाद, मित्रता और सहयोग की नई शुरुआत बनी। इससे पहले, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में बीटेक सत्र का उद्घाटन भी समारोहपूर्वक किया गया था।
🔸 उल्लेखनीय उपस्थिति
कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के विभिन्न स्कूलों के प्रमुखों और शिक्षकों ने सहभागिता की:
डॉ. विशाल सागर (स्कूल ऑफ मैनेजमेंट), डॉ. अरविंद सिंह नेगी (एग्रीकल्चर), डॉ. अनुपम सिंह (स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग), डॉ. राहुल राज (कॉमर्स), डॉ. ज्योति छाबड़ा (स्कूल ऑफ डिजाइन), डॉ. विवेक गोयल (स्कूल ऑफ लॉ), डॉ. ताहा सिद्दीकी (मास मीडिया एंड कम्युनिकेशन)। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सरगम बहल ने किया। यह दिन यूनिवर्सिटी जीवन की शुरुआत का प्रतीक बना – जहां सपनों की उड़ान अब दिशा और संबल पाएगी।
