Consortium of National Law Universities की 4th बैठक में हुआ अहम फैसला
12वीं के बाद इंटीग्रेटेड एलएलबी और एलएलबी के बाद लिए होने वाले कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) का आयोजन इस बार ऑनलाइन नहीं किया जाएगा। कंसोर्सियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज की चौथी बैठक में यह अहम फैसला लिया गया है। बैठक में तय किया गया है कि CLAT का आयोजन इस बार केवल ऑफलाइन किया जाएगा।
दरअसल, पिछले कई साल से लगातार क्लैट का आयोजन ऑनलाइन हो रहा है और ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा में हर साल विवाद पैदा हो रहे हैं। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी कंसोर्सियम की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक सर्विस प्रोवाइडर की गलती की वजह से देश भर के छात्रों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इसीलिए ऑनलाइन एग्जाम खत्म कर दिया गया है। CLAT 2019 ऑफलाइन होगा।
CLAT 2018 में ऑनलाइन हुआ था। और इस प्रवेश परीक्षा में सर्वर ठप होने की वजह से कैंडीडेट्स को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। clat 2018 के तमाम विवाद देश के पांच हाईकोर्ट में गए थे। वहां से मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया था। इस वजह से पूरी प्रवेश प्रक्रिया भी काफी देरी से शुरू हो पाई।
एनएलयू बेंगलुरु का कहना है कि जब देश की सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में लॉ के एडमिशन clat के स्कोर से होने लगेंगे और क्लैट देने वालों की संख्या बेतहाशा बढ़ जाएगी, तो नए सिरे से क्लैट ऑनलाइन पर काम किया जाएगा। तभी क्लैट को ऑनलाइन किया जाएगा।
पीजी के लिए होने वाले क्लैट में पहली बार सब्जेक्टिव पोर्शन भी रखा जाएगा। ऑनलाइन clat में अभी तक लेवल ऑब्जेक्टिव प्रश्न रहते थे। चूंकि अब क्लैट ऑफलाइन होगा, इसलिए clat pg exam 2019 में सब्जेक्टिव क्वेश्चन भी आएंगे।
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