सेल्फी आज की सबसे बड़ी जरूरत सी बन गई है। सेल्फी को लेकर चल बेटा सेल्फी ले ले रे गीत आने के बाद से यह सबसे ज्यादा प्रचलन में आई है। लेकिन क्या आपको पता है कि यह सेल्फी हमें न केवल सेल्फिश बना रही है बल्कि यह कई खतरनाक बीमारियां भी दे रही हैं। देहरादून के महादेवी कन्या पाठशाला महाविद्यालय में वुमैन सेल की ओर से किए गए सर्वे में सेल्फी से जुड़ी ऐसी ही कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं।
गर्ल्स लेती हैं 15 से 20 सेल्फी
एमकेपी कालेज के सर्वे में यह बात सामने आई है कि गर्ल्स सेल्फी की बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। कई स्टूडेंट तो ऐसी हैं जो कि एक ही दिन में 15 से 20 सेल्फी अपने फेसबुक या इंस्टाग्राम पर पोस्ट करती हैं। इस वजह से न सिर्फ उनमें एंजाइटी और डिप्रेशन बढ़ रहा है, बल्कि सोशल बिहैवियर भी चेंज हो रहा है। वह खुद तक सीमित हो रही हैं।
यह बीमारियां दे रही सेल्फी
- अगर आप एक दिन अपनी सेल्फी न लें और फेसबुक पर पोस्ट न करें। इसके बाद अगर आपको बेचैनी होने लगती है तो संभल जाइए। हो सकता है कि आप सेल्फी की बीमारी की चपेट में आ गए हों।
- बहुत ज्यादा सेल्फी लेने की आदत शरीर में डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर जैसी बीमारी बढ़ा रही है। इस बीमारी में वह खुद को जितना अच्छी तरीके से सेल्फी लें, लेकिन वह खुद को पसंद नहीं कर पाते।
- ज्यादा सेल्फी लेने वाले और फेसबुक पर इसके लाइक और कमेंट्स से प्रभावित होने वाले धीरे-धीरे समाज से कटने शुरू हो जाते हैं।
- सेल्फी की वजह से व्यक्ति के भीतर सेल्फिश की भावना आ जाती है। वह खुद को सबसे ऊपर समझने लगता है। इस वजह से दूसरे लोगों से आपकी दूरी बननी शुरू हो जाती है।
एमकेपी की डा. गीता बलोदी के मुताबिक सेल्फी की बीमारी से बचने के टिप्स-
- जितना हो सके, अपना फ्रेंड सर्किल बढ़ाएं। इस बात का ध्यान रखें कि ज्यादा सेल्फी लेने वालों को अपनी सोशल फ्रेंड लिस्ट से दूर ही रखें।
- जब ऑफिस या काम से घर जाएं तो मोबाइल को एक साइड में रख दें। ज्यादा से ज्यादा अपने परिजनों को समय दें।
- अगर सेल्फी की वजह से ज्यादा बेचैनी हो रही हो तो किसी साइकोलॉजिस्ट की मदद जरूर ले लें।
- स्मार्ट फोन ज्यादा चलाने का मन करे तो इसके बजाए अपने पास किताबों का भंडार रखें। जब भी वक्त मिले तो किताबें पढ़ें। इससे नॉलेज बढ़ेगी और आप बेवजह की सेल्फी बीमारियों से भी बच जाएंगे।